यूरिया उपचारित पैरा खाके श्री बृजलाल के गाय-बैल बनिस हष्ट-पुष्ट

दुगली म आयोजित विशेष शिविर म जागरूक पशुपालक के होईस सराहना

रायपुर, पशुपालक श्री बृजलाल नेताम के घर कहे ल तो सिरिफ छै गाय, बैल अउ बछवा हे, फेर गर्मी के दिन म हरियर चारा के अभाव म ऊंखर मवेशी अड़बड़ हष्ट-पुष्ट अऊ शारीरिक रूप ले मजबूत हे। धमतरी जिला के नगरी विकासखण्ड के ग्राम दुगली म जिला प्रशासन कोति ले आयोजित विशेष शिविर म ग्राम बोकराबेड़ा के पशुपालक श्री नेताम ह बताइस कि ऊंखर कोति ले मवेशी मन के भोजन के तौर म यूरिया उपचारित पैरा दे जात हे, जेखर से गाय मन ल जरूरी मात्रा म कैल्शियम अउ आन जरूरी पोषक तत्व के पूर्ति होथे।

बेलरगांव के तीर के गांव बोकराबेड़ा निवासी श्री नेताम ह बताइस कि ए जानकारी ओ मन ल कुछ महिना पहिली आयोजित पशु चिकित्सा शिविर म मिलीस। शासन के निर्देशानुसार नरवा, गरूवा, घुरवा अउ बाड़ी कार्यक्रम के तहत आयोजित शिविर म यूरिया उपचारित पैरा के बारे म बताए गीस, जेखर परयोग करे म न सिरिफ गाय-बैल के खुराक बढ़ीस, भलुक ओखर भोजन रूचिकर घलोक हो गीस। एखर पहिली, सिरिफ मवेशी मन ल सिरिफ पैरा (सूखा चारा) देहे ले ओ मन अनमना ढंग ले पेट भरे बर ही खात रहिन, उन्हें पैरा के बर्बादी घलोक होथे रहिस।

श्री नेताम ह पैरा ल यूरिया उपचारित करे के बारे म बताइस कि एक क्विंटल पैरा म दो किलोग्राम यूरिया, एक किलो नमक अउ एक किलो चूना ल बने सहिन मिलाके ओला तिरपाल म ढंकके 22-23 दिन तक रखे जाथे। ओखर बाद पशु मन ल भोजन के तौर म दे जात हे। एखर चलते गाय-बैल के न सिरिफ वजन बाढ़िस, भलुक उंखर खुराक, कार्यक्षमता अऊ दूध के उत्पादन म घलोक आशातीत बढ़ोतरी होइस। आज आयोजित शिविर म कलेक्टर श्री रजत बंसल ह पशुपालक श्री नेताम के सराहना करत आन पशुपालक मन ल पशु चिकित्सा विभाग ले मार्गदर्शन प्राप्त करके मवेशी मन के वत्सोत्पादन, नस्ल अऊ कार्य क्षमता म सुधार लाय ल सलाह दीन।

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