लाख चूड़ी निर्माण म निपुण हे आदिवासी महिला मन : घर बइठे होवत हे 300 रूपिया के आमदनी

रायपुर, आदिवासी महिला मन रंगीन लाख के चूड़ी बनाए म निपुण हो गए हें अऊ उंमन रोजेच 300 रूपिया तक के आमदनी घर बइठे कमावत हें। लाख ले चूड़ी निर्माण के काम चार गांव के महिला स्व-सहायता समूह मन कोति ले शुरू करे गए हे। देवसेना महिला समूह कोति ले निर्मित चूड़ी मन के बिक्री संभागीय मुख्यालय बिलासपुर के 36 मॉल म करे जात हे अऊ एला मनखे मन पसंद घलोक करे जात हे। समूह कोति ले मनखे मन के पसंद के मुताबिक आधुनिक डिजाईन के चूड़ी बनाए बर प्रशिक्षण लेहे के योजना बनाय जात हे।

बिलासपुर जिला के मरवाही विकासखंड के ग्राम बंशीताल, दानीकुंडी, बरगवां, बघर्रा के ग्रामीण महिला मन स्व-सहायता समूह मन के माध्यम ले कई ठन व्यवसाय अपनाके अपन घर के आर्थिक स्थिति ल मजबूती प्रदान करत हें। मरवाही क्षेत्र म रंगीन लाख बहुत मात्रा म होथे। व्यापारी मन कोति ले एला सस्ता म खरीद के महंगा दाम म बाहिर बेचे जाथे। क्षेत्र म पहली पइत लाख के मूल्य वर्धित करके एला छोटे व्यवसाय के रूप म स्थापित करके ग्रामीण आदिवासी महिला मन कोति ले अकतहा आय प्राप्त करे के काम करे जात हे।

ग्राम बरगवां के श्रीमती रेणु, श्रीमती सियावती, श्रीमती जयकुमारी, दानीकुंडी के श्रीमती नीता बाई कोरवा, श्रीमती केशकली श्याम, श्रीमती कृष्ण कुमारी पाव, श्रीमती सियावती आदि महिला मन ये काम म जुटे हें। ओ मन 10 मिनट म बिना नग वाले लाख के चूड़ी सेट अऊ डेढ़ घंटे म नग वाले चूड़ी सेट तियार कर लेथें। चूड़ी बनाए बर लाख ओ मन ल व्यापारी ले खरीदना पड़त हे फेर समूह के महिला मन के योजना हे कि ओ मन खुदेच गांव के मनखे मन ले लाख खरीदहीं अऊ ओखर प्रोसेसिंग घलोक करहीं। जेखर से ओ मन ल जादा फायदा मिलही अऊ बिचौलिया मन ले घलोक मुक्ति मिलही।

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