कलेक्टर हं चिकित्सक मन ल अइसे काबर कहिन – मानवीय संवेदना के संग करौ इलाज

कलेक्टर साहेब करिन बड़े फजर जिला अस्पताल के जाँच

कलेक्टर अंकित आनंद आज बड़े फजर जिला अस्पताल के उदुपहा जाँच करिन। जाँच के बेरा अस्पताल म सउँहत सुविधा मन के जानकारी लिन तेकर पीछू उन कहिन कि अस्पताल अवइया मरीज मन के मन लगाके मानवीय संवेदना के संग उपचार करौ। जउन भी इहां पीड़ित मनखे इहां इलाज खातिर आवत हे उन्कर सही सहीं पूरा उपचार करौ। कलेक्टर सााहेब मन नवा नवा लइका अउ कुपोषण के संगे संग अउ आने गंभीर बेमारी ले ग्रसित लइका मन के उपचार के बेरा जादा ले जादा संवेदना बरतौ।
ओइससना लइका मन के इलाज के पाछू घलोक उन्कर स्वास्थ्य में आवत सुधार अउ कोनो किसिम के कमी म धियान देवत रहे बर कहिन। उन्मन जिला अस्पताल म राखे सुविधा अउ समान के अधार म चिकित्सीय उपचार करे खातिर निर्देश दिन। कलेक्टर हं अस्पताल म बनत एनसीआर केन्द्र के लउहे चलाए खातिर आधा अधूरा निर्मान के काम ल जल्दी पूरा करे बर पीडब्ल्यूडी विभाग तको निर्देश दिन। अस्पताल म अउ आने दिए जावत सुविधा के बिस्तार खातिर शासन स्तर म घलो पाहल करे बर कहिन। जिला अस्पताल म चिकित्सक मन कमी ल पूरा करे खातिर शासन ल प्रस्ताव बनाके भेजे बर कहे हे।
कलेक्टर आनंद ह अस्पताल म ंचलत जम्मो ईकाईमन म पहुंचके संचालन, बेवस्था, सुविधा अउ सेवा मन के तको जानकारी लिन। उन्मन अस्पताल म मिलत चिकित्सक स्टॉफ ले संचालित जम्मो सेवा के जानकारी लेके जरूरी दिशा निर्देश दिन। उन्मन ओपीडी, गहन चिकित्सा ईकाई, ब्लड बैंक, जेनरिक दवाई केन्द्र, शिशु
चिकित्सा केन्द्र, महिला प्रसुति वार्ड, ब्लड जांच ईकाई के संगे संग नेवरिया लइका दाहरा चिकित्सा केन्द्र, लाण्ड्री, बाल रोग निदान केन्द्र पहुंचके चिकित्सा उपचार के जानकारी लीन।

चटकारा:-
मंगलू:- ए धरती म भगवान के दूसर रूप तुंही मन आव डाक्टर साहेब, मोला एक घांव बचाले डाक्टर साहेब।
डाक्टर:- बिगर फूल पान नरियर के तो पथरो के भगवान नइ मानय मंगलू, तैं मोला का भोला भंडारी समझे हस। सुन , आज मैं यमराज के रोल म हौं अउ चल तोला यमलोक के सैर कराए बर ले चलथौ।

लउछरहा..