मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल के मोदी ल लिखे चिट्ठी के छत्‍तीसगढ़ी अनुवाद

आप सबो मन अब जान डारे हवव के छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ह प्रधान मंत्री नरेन्‍द्र मोदी ल अैना के संग चिट्ठी तको भेजे हे। भूपेश बघेल ह अपन चिट्ठी हिन्‍दी म लिखे हे तउन सोसल मीडिया म अड़बड़ वायरल होवत हे। आवव हम वो चिट्ठी के छत्‍तीसगढ़ी अनुवाद अपन पाठक मन बर देवत हवन।

माननीय मोदी जी!
आप मन ल मोदी जी तो बोलेच सकत हंव ना? दरअसल का हे के आप मन ख़ुदे ल अतीक नाम दे रखे हव के मनखे चकरित खा जाथे के आप मन ल कोन नाम ले हूंत करावंय। चायवाला, फकीर, प्रधान सेवक, चौकीदार, साहेब, अऊ नइ जानन का-का!
आप मन स्वतंत्र भारत के पहिली अइसन प्रधानमंत्री हव, जिंकर कई मुह हे। जऊन के अपन सुविधा मुताबिक वो मुह ल मतदाता मन ल लुभाए बर बउरथव। फेर एमां ले आप मन के असली मुह है कोन?
आप मन 2014 म चायवाला बन गेव। आप मन के पीआर टीम ह आप मन के ए फोटू ल खूब बेंचिन अऊ वोट सकेलिन। फेर अब तक ए बात के सबूत नइ मिले हे के आप मन चाय के केटली ल हाथ तक लगाये होहू। अब जब आप मन चाय बेंचेच नइ हव त आप मन चायवाला कइसे हो गे मोदी जी?
फेर भारत ल दस लाख के सूट पहिनइया पहिली फकीर घलोक मिलीस। एक अइसन फकीर जेखर बारे म कहे जाथे के मेकअपे म हजारों रुपिया खरचा कर दिए जात हे। आप मन के कलम, दिन म कई बार बदलइया आप मन के कुरथा, आप मन के नाश्ता अऊ आप मन के खाना सबके बड़ गोठ-बात होत रहे हे। 2000 करोड़ त आप मन विदेश बुलेच म फूंक दियेव अऊ 4600 करोड़ रुपिया बिगियापन मन म। आप मन के ए फकीरी ल देखके त अच्छा-अच्छा फकीर मन के होश उड़ा जाथे।
बात सिरिफ ए ‘बिसेसन’ तक छपकाए नइ हे मोदी जी। 2014 के पहिली आप मन काला धन विरोधी रहेव, भ्रष्टाचार विरोधी रहेव, जीएसटी विरोधी रहेव, पाकिस्तान ल ‘लव लेटर’ लिखे जाय के खिलाफ रहेव, चीन ल आप मन लाल आंखी देखाना चाहत रहेव, गंगा मां के बेटा रहिव, स्मार्ट सिटीज अऊ आदर्श गांव मन के सपना बेंचे वाले राजनेता रहेव, स्वामीनाथन आयोग के रिपोट के सच्चा समर्थक रहेव। फेर 2014 के बाद ले ही ए सबके उलटा होत चले गे। काला धन वाले ल आप मन बिदेस भगवार देव, राफेल म अनिल अंबानी के संग भ्रष्टाचार के भागीदार बन गेव, आधा रात म संसद खोलवाके जीएसटी बिल पास करवा लेव फेर एखर से देश के कारोबार के कनिहा टूट गे, गंगा नदिया के स्थिति अभो दयनीय हे, बेरोजगारी ह सब्बो रिकार्ड टोर दिये हे, आप मन बिन बलाए पाकिस्तान जाके बिरयानी खा आएव, चीन के मुखिया के संग झूलना झूलत दिखेव, बनारस ल क्योटो बनाना त ‘हर खाता म 15-15 लाख’ जइसन गोठ ह सिरिफ जुमलाच साबित होइस।
मनखे पहिचानेच नइ पात हे के आप मन के असली मुह कोन ये। का आप मन ल सुरता हे के आप मन के असली मुह कोन ये?
एखर ले पहिली के आप मन झूठ के एक अऊ नकाब पहिर के जनता के बीच आवव, मैं आप मन ल ये अैना तोहफा स्वरूप भेजत हंव। मोदी जी! ए अैना ल आप मन लोक कल्याण रद्दा के अपन घर म कोनो अइसन जगा म लगावव, जिहां ले आप मन सबले जादा पइत गुजरत होहू। ताकि ए अैना म अपन सकल घेरी-बेरी देखके आप मन अपन असली मुह ल चिन्‍हें के उदीम कर सकहू।
हो सकत हे के आप मन ए अैना के उपयोगेच ना करव। प्रधानमंत्री निवास के कोनो कचरा डब्‍बा म फेंक देवव। फेर अैना देखे ले आप मन फेर बांच नइ पावव। ए देश के 125 करोड़ के आबादी ए चुनाव म आप मन ल अैना देखइया हे।
तइयार हव ना मोदी जी ?
भूपेश बघेल, मुख्‍यमंत्री, छत्‍तीसगढ़

लउछरहा..