चुनई बहिस्कार – 11 गाँव अडे़च हे 2 गाँव बोट डारे बर तियार

गरियाबंद के निष्ठीगुड़ा अउ झिरीपानी के मनखे मन मतदान करे बर तियार होगे हवय। इहां के गुसियाए मनखे मन अपन गाँव म नेता मन के घुसरे के मनाही करे रिहिने उहू ल एक कोन्टा म सकेल के तिरिया दे हवय। चुनई के बहिस्कार खातिर अड़े 11 गाँव के लोगन मन म अब मतभेद होगे हावय अउ ओमा के ये दूनो गाँव वाले मन मतदान करे खातिर तियार होगे हवय।


े गोठ गोठियावत हे। उहेंचे चुनई म मतदान करे बर मनाए खातिर गए नेता मन गाँव वाले मन के अबड़ मान मनौव्वल करे हावय अउ भरोसा देवाए हे बाकी बाचे गाँव वाले मन तको मना लेबोन। धियान देके बूता हवय कि 11 गाँव के मनखे मन गाँव म पुलिया नइ बने के खातिर गुसिया के कुछू दिन पहिली चुनइ बहिस्कार के निरने ले रिहिने अउ संगे संग नेता मन गाँव म घुसरे बर तको रोक लगा दे रिहिने।


चटकारा:-
बिसौहा:- जा बेटा बछरू ल पानी पिया दे रे।
चंदू:- नइ जावव गा, कब मोर कब के सइकिल लेहू लेहू काहत हस आज ले नइ ले हस। अब मैं पतियाबेच नइ करव न तोर बात मानव।
बिसौहा:- तोर दाई के किरिया बेटा, ए पइत लाहूं रे।
चंदू:- अपन दाई के किरिया ल खा तब मै जानहूं, मोर दाई के किरिया खाके भुलवार झन।



लउछरहा..