मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना रूपेन्द्र बर साबित हो गीस बनेच आय के जरिया

करजा लेकेे खोलिस फर्नीचर मार्ट, करिस सपना ल साकार

धमतरी, यदि मन म कुछ कर गुजरे के दृढ़ इच्छाशक्ति होवय अऊ सपना ल साकार करे के बनेच माध्यम मिल जाय, त मनखे ल अपन मंजिल हासिल करे अऊ सपना ल साकार होए ले कोनो नइ रोक सकय। ये बात ल चरितार्थ करिस हे नगरी के युवक श्री रूपेन्द्र साहू ह। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ले मिले करजा ह ऊंखर सपना ल अंजाम तक पहुंचा दीस। आज रूपेन्द्र ल हर महीना 18 हजार रूपिया के शुद्ध आमदनी होवत हे, जेखर से न सिरिफ ओखर जीवन स्तर ऊंचा उठे हे, भलुक आत्मनिर्भरता हासिल करके ओ ह समाज म खुद ल स्थापित करे म सफल घलोक रहे हे।
आदिवासी बाहुल्य नगरी विकासखण्ड मुख्यालय के दंतेश्वरी पारा वार्ड क्रमांक-15 निवासी श्री रूपेन्द्र साहू ल बिक्‍कट समय ले फर्नीचर कारोबार के बनेच अनुभव रहिस। अपन अनुभव ल आकार दे बर कई पइत उदीम घलोक करिस, फेर बात वित्तीय व्यवस्था म आके अटक जात रहिस। उन्‍हें सिरिफ आठवीं तक के पढ़ाई करे के सेती वोला ये मलाल रहिस कि कम शिक्षा के चलत शासन कोति ले आर्थिक मदद नइ मिल पाही। इही बीच श्री साहू ल समाचार-पत्र के माध्यम ले मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना (एमएमवायएसवाय) के बारे म पता चलिस कि ये योजना के तहत कारोबार स्थापित करे म ओ ल बड़े रकम, करजा के माध्यम ले मिल सकत हे। रूपेन्द्र ह जिला कार्यालय म स्थित जिला उद्योग अऊ व्यापार केन्द्र म सम्पर्क करके एखर बारे म जानकारी लीस अऊ फर्नीचर मार्ट के दुकान स्थापित करे के नाम ले तीन लाख रूपिया के लोन बर आवेदन दीस। जरूरी औपचारिकता मन पूरा करे के बाद पंजाब नेशनल बैंक के नगरी शाखा ले ओ ल तीन लाख रूपिया के करजा स्वीकृत हो गीस, संगेच योजनांतर्गत 45 हजार रूपिया के अनुदान घलोक मिलीस। प्रदेश शासन के ये योजना के चलते श्री साहू आज फर्नीचर मार्ट के दुकान स्थापित करके न सिरिफ अपन अऊ अपन परिवार ल बने जीवन स्तर देहे म कामयाब रहिस, भलुक अपन दुकान म तीन मनखे मन ल बतौर सहयोगी रखके ओ मन ल रोजगार घलोक देहे हे। श्री साहू ह कहिस कि यदि एमएमवायएसवाय के माध्यम ले लोन नइ मिलतिस त बने जीवन स्तर के ओखर सपना, सपना तक के सिमटके रहि जातिस, कभू साकार नइ हो पातिस। कम शिक्षित होए के बाद घलोक रूपेन्द्र ह खुद के व्यवसाय स्थापित करे म कामयाब रहिस।

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