छत्तीसगढ़ के उत्पाद मन ल दुनिया म पहिचान देवाए के पहल – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

  • उत्पादक मन अऊ उपभोक्ता मन के बीच होही सीधा संबंध, बिचौलिया मन ले मिलही मुक्ति
  • मुख्यमंत्री ह अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन के करिस शुभारंभ
  • देश-विदेश ले 117 प्रतिनिधि अऊ क्रेतागण पहुंचिन
  • 8 एम.ओ.यू. म होइस दस्‍खत

रायपुर, छत्तीसगढ़ के कृषि, उद्यानिकी अऊ वनोपज, संग हैण्डलूम-कोसा आदि विविध उत्पाद मन ल अंतर्राष्ट्रीय अऊ राष्ट्रीय स्तर म प्रोत्साहन अऊ विक्रय ल बढ़ावा देहे बर आज ले राजधानी रायपुर म तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता मन के सम्मेलन सुरू होइस। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह फीता काटके सम्मेलन के शुभारंभ करिन। सम्मेलन म 16 देश मन के 57 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि अऊ क्रेतागण अऊ देश के कई ठन राज्य मन ले 60 प्रतिनिधि अऊ क्रेतागण पहुंचे हें। शुभारंभ कार्यक्रम म छत्तीसगढ़ राज्य मंडी बोर्ड के संग चार अऊ छत्तीसगढ़ राज्य हैण्डलूम को-ऑपरेटिव फेडरेशन के संग चार एकर जइसे कुल आठ अनुबंध पत्र (एम.ओ.यू.) म हस्ताक्षर करे गीस। सम्मेलन म कृषि अऊ जैव प्रौद्योगिकी अऊ जल संसाधन मंत्री श्री रवीन्द्र चौबे, मुख्य सचिव श्री सुनील कुजूर उपस्थित रहिन।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह छत्तीसगढ़ म पहली पइत होवत ये सम्मेलन म पहुंचे विदेशी मेहमान मन के अपन अऊ मेहतनकश किसान मन के तरफ ले तहेदिल ले स्वागत करिन। उमन कहिन कि किसान मन के कल्याण, राज्य सरकार के पहली अऊ सबले सर्वोच्च प्राथमिकता हे। ये सम्मेलन के आयोजन कृषि, हैण्डलूम अऊ हस्तशिल्प उत्पाद मन ल राष्ट्रीय अऊ अंतर्राष्ट्रीय स्तर म बाजार उपलब्‍ध कराना अऊ किसान मन अऊ कृषि उत्पाद ले जुड़े कई ठन संगठन मन ल आपस म जोड़ना हे। राज्य सरकार के ये पहल के खरीदईया अऊ बेचइया दुनों तरफ ले सराहना मिलत हे।
मुख्यमंत्री ह कहिन कि छत्तीसगढ़ के किसान मेहनतकश, कर्मठ अऊ ईमानदार हे। रायपुर केवल छत्तीसगढ़ के ही राजधानी नहीं भलुक कई प्रकार के कृषि उत्पाद अऊ वनौषधि के घलोक राजधानी ये। छत्तीसगढ़ म प्राचीनकाल ले परम्परागत अऊ नैसर्गिक रूप ले औषधियुक्त कोदो, कुदकी, रागी, सांवा ल उगाए जात हे। कुछ समय ले ये रूझान म कमी आ गए रहिस। अइसन आयोजन मन के माध्यम ले उत्पादक मन अऊ उपभोक्ता मन के बीच सीधा संबंध बाढ़ही अऊ एखर से अंतर्राष्ट्रीय बाजार मिले ले जिहां किसान मन ल फायदा होही उन्‍हें उपभोक्ता मन ल सही दाम म सामान मिलही। छत्तीसगढ़ के कोसा कपड़ा, फल अऊ साग भाजी के उत्पादन ल घलोक बढ़ावा मिलही। उमन बताइन के राजधानी रायपुर म अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट अऊ कार्गो हब बनाए बर केन्द्र सरकार ले आग्रह करे गए हे।
सम्मेलन म मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह विदेश-स्वदेश ले आए क्रेता मन अऊ प्रतिनिधि मन के संग चर्चा करिन। ये बेरा म उमन ’छत्तीसगढ़ उत्पाद (Produce of Chhattisgarh)’ के चिनहा ल जारी करिन। ये चिन्ह राज्य के कृषि उत्पाद, हैण्डलूम अऊ हैण्डीक्राफ्ट म उपयोग करे जाही। ये मौका म छत्तीसगढ़ कृषि अऊ हैण्डलूम उत्पाद मन के अंतर्राष्ट्रीय अऊ राष्ट्रीय स्तर म बाजार उपलब्‍ध कराए बर आठ कंपनी मन के संग एम.ओ.यू. म दस्‍खत करे गीस। एमां ले चार एम.ओ.यू. छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विपणन (मंडी) बोर्ड अऊ चार एम.ओ.यू. छत्तीसगढ़ हाथ करघा विकास अऊ विपणन संघ के संग होइस। कृषि उत्पाद मन बर चार अंतर्राष्ट्रीय एम.ओ.यू. बांग्लादेश, ग्रीस के कई ठन कंपनी मन के संग अऊ यूरोप-इंडिया एग्रीकल्चर फोरम (Europe-India Agriculture Forum) के संग करे गीस।
छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विपणन (मंडी) बोर्ड (Chhattisgarh State Agricultural Marketing (Mandi) Board) के संग कृषि उत्पाद मन के विपणन बर बांग्लादेश फ्रेश फ्रूटस इंपोर्टरस एसोसिएशन (Bangladesh Fresh Fruits Importers Association), बांग्लादेश एग्रो प्रोसेसर्स एसोसिएशन (Bangladesh Agro Processors Association), ग्रीक फूड कॉरीडोर ग्रीस (Greek Food Corridor Greece) अऊ यूरोप-इंडिया एग्रीकल्चर फोरम (Europe-India Agriculture Forum) ह एम.ओ.यू. करिस। अइसनहे हैण्डलूम कपड़ा मन बर टाईटन कंपनी के ब्रांड तनीरा (Taneiraa) के संग एम.ओ.यू. करे गीस। कंपनी के ये ब्रांड प्राकृतिक रेसा ले बुने लुगरा अऊ कपड़ा मन बर कौशल उन्यन, मानिकीकरण अऊ कागद बनाव के क्षेत्र म सहयोग करही। एखर माध्यम ले छत्तीसगढ़ के बुनकर मन ल अपन उत्पाद के गुणवत्ता म सुधार अऊ अंतर्राष्ट्रीय अऊ राष्ट्रीय बाजार मन म अच्छा मूल्य प्राप्त करे के मौका मिलही। छत्तीसगढ़ के हैण्डलूम अऊ सिल्क उत्पाद मन ल विश्वस्तरीय बाजार उपलब्‍ध कराए बर छत्तीसगढ़ हाथ करघा विकास अऊ विपणन संघ के संग चार एम.ओ.यू. करे गीस। ये एम.ओ.यू. टाईटन कंपनी लिमिटेड (Titan Company Limited), पेरामोन इंडस्ट्रीज प्रायवेट लिमिटेड (Peramon Industries Private Limited), एक गांव ग्रुप टेक्नॉलाजी प्रायवेट लिमिटेड (A Village Group Technology Private Limited) अऊ संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प अऊ हाथकरघा विकास निगम (Sant Ravidas Madhya Pradesh Handicrafts and Handloom Development Corporation) के संग करे गीस।
ये बेरा म लगाए गए प्रदर्शनी म राज्य के 60 प्रकार के कृषि उत्पाद, छोटे वनोपज अऊ हैण्डलूम उत्पाद मन ल प्रदर्शित करे गीस। कृषि उत्पाद मन म ब्लैक राईस, रेड राईस, सुगंधित चावल, आर्गेनिक राईस, कोदो, कुटकी, रागी, दार मन के अलावा ताजा फल अऊ साग भाजी म ड्रैगन फ्रूट, एप्पल बेर, पेपर लेमन, जैक फ्रूट्स सामिल हे। प्रदर्शनी म बड़ संख्या म छोटे वनोपज मन म अमली अऊ पौष्टिक औषधि अउ हथकरघा ले बने सजावटी जिनिस, सिल्क ले बने ड्रेस मटेरियल, कॉटन अऊ सिल्क कॉटन मिक्स्ड ड्रेस मटेरियल के संगेच प्राकृतिक रंग ले बने सिल्क के कपड़ा रखे गए हे। सम्मेलन के चालू के दू दिन म विदेश-स्वदेश ले आए क्रेता अऊ प्रतिनिधि मन के संग छत्तीसगढ़ के उत्पादक मन अऊ प्रतिनिधि मन के बीच चर्चा होही। प्रदर्शनी 22 सितमबर के दिन तक सम्मेलन के तीसर दिन ये आम जनता बर अवलोकन अऊ क्रय-विक्रय बर खुले रइही।

छत्तीसगढ़ के चावल के खुशबू महकही अंतर्राष्ट्रीय बाजार म – कृषि मंत्री श्री चौबे
कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ह आशा व्यक्त करत कहिन कि छत्तीसगढ़ के चावल के खुशबू अब अंतर्राष्ट्रीय बाजार म गमकही अऊ इहां के वनौषधि मन जंगल मन ले निकलके अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचही। उमन छत्तीसगढ़ के परम्परागत उत्पाद मन के नैर्सिगिता, गुणवत्ता अऊ उत्कृष्टता के तारीफ करत ए माध्यम ले पूरा दुनिया ल लाभान्वित करे म बल दीन।
अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता मन के सम्मेलन म अपर मुख्य सचिव श्री के डी पी राव, अपर मुख्य सचिव श्री से.के.खेतान, कुलपति इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर श्री एस.के. पाटिल, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री गौरव द्विवेदी, प्रमुख सचिव कृषि, ग्रामोद्योग विभाग श्रीमती मनिंदर कौर द्विवेदी, सचिव कृषि अऊ ग्रामोद्योग विभाग श्री हेमंत पहारे, मुख्यमंत्री के सचिव अऊ संचालक कृषि श्री टामन सिंह, विशेष सचिव कृषि श्री मुकेश बंसल अऊ छत्तीसगढ़ राज्य कृषि उपज मंडी के प्रबंध संचालक श्री अभिनव अग्रवाल उपस्थित रहिन।

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