महंत घासीदास संग्रहालय परिसर म बनही ‘‘संस्कृति हाट‘‘

‘‘संस्कृति हाट‘‘ म छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प अउ कलाकृति के देखई-संग बेचई ( प्रदर्शनी-सह बिक्री ) के होही व्यवस्था

धमेन्‍द्र निर्मल सार समाचार, राजधानी रायपुर के महंत घासीदास संग्रहालय परिसर म ‘‘संस्कृति हाट‘‘ बनही। संस्कृति मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ह शुकवार  के संग्रहालय परिसर के निरीक्षण करके ‘‘संस्कृति हाट‘‘ बर कार्ययोजना तियार करे के निर्देश दिन। उन मन अधिकारी मन ल कहिन कि गढ़कलेवा ले लगे जगा म छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प अउ कलाकृति के अबड़ अकन जिनिस मन के देखई-संग बेचई बर पर्याप्त संख्या म नवा स्टाॅल बनाए बर कहिन।

संस्कृति मंत्री श्री साहू मन कहिन कि राजधानी रायपुर के बीच ‘‘संस्कृति हाट‘‘ विकसित होए ले गँवइहा शिल्पी मन के कलाकृति मन ल अच्छा बाजार मिलही। उन् मन जाँच परख के बेरा जम्मो परिसर ल सुग्घर सजाके ओकर साफ-सफई करे के निर्देश दिन। उन मन संग्रहालय म रखाए पुरातात्विक मूर्ति मन के रखरखाव आदि के तको जानकारी लीन अउ आवश्यक निर्देश दिन। संस्कृति संचालनालय म पदस्थ अधिकारी मन ले कामकाज के जानकारी लीन। उन मन संस्कृति विभाग के आयुक्त श्री अनिल कुमार साहू ले विभागीय सेटअप के संबंध म तको चर्चा करिन।

चटकारा
सुकवारो:- अइ चल ना या बजार हाट ले घूम के आतेन।
मनटोरा:- नइ जावन या, बाहिर के रोगहा लरहा लरहा टूरा मन आए रहिथे अउ सबो ल झार रपोट के लेग जथे।
सुकवारो:- वो तो कहाए आए हे बहिनी, बने बने बजार के अउ कड़हा कोचरा मरार कें।

लउछरहा..