रायपुर, पारम्परिक ऊर्जा (बिजली) के उपभोग अऊ खपत म बढ़ोतरी ल धियान रखत एखर समाधान बर ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोत विकसित करे जात हे। इही म एक बायोगैस (गोबरगैस) योजना। एखर देशव्यापी क्रियान्वयन बर भारत सरकार कोति ले 1981 ले राष्ट्रीय स्तर म राष्ट्रीय बायोगैस विकास कार्यक्रम चालू करे गीस, ताकि गांव वाले मन ल खाना पकाए बर साफ-सुथरा व प्रदूषण रहित इंधन मिले के संगें-संग अच्छा खाद घलोक मिल सकय। क्रेडा कोति ले नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी (NGGB ) के तहत चुने गए गांव मन म अब तक 38 बायोगैस संयंत्र लगाए गए हे।