पशुपालक अपन बीमार पशु के इलाज बर चिकित्सा वाहन बला सकत हे
पशु संरक्षण ल मिलत हे बढ़ावा
रायपुर, 09 जुलाई 2024। अब राज्य के पशुपालक मन ल अपन पशु मन के बीमार होए म चिंता होए के जरूरत नइ हे, काबर के अब वो आसानी ले अपने जगा म चिकित्सा वाहन बला के अपन बीमार पशु के बने सहिन इलाज करवा सकत हें। ए योजना के तहत केवल एक मोबाइल कॉल म बीमार गोवंश ल बेहतर चिकित्सा के लाभ मिलत हे। उहें इंसान मन के जइसे अब पशु मन ल घलोक चिकित्सा सुविधा मन के लाभ मिलत हे, जेखर से पशु मन म बीमारी कम फैले के सेती उंखर मृत्यु दर म कमी आवत हे।
पशु चिकित्सा सेवा के उप संचालक श्री शिशिरकांत पांडे ह बताइस कि ए वाहन म रोग के जांच अउ उपचार के संग कृत्रिम गर्भाधान अऊ निकृष्ट बइला मन के बधियाकरण के उपकरण के सुविधा घलोक हे। ये वाहन रोजे तीन जगा म शिविर आयोजित करके पशु मन के रोग के जांच अउ उपचार करथे। एखर माध्यम ले अब तक 40 हजार 783 पशु मन के उपचार, 11541 पशु मन के रोग जांच, 38 हजार 945 पशु मन ल दवई, 71 गाय मन के कृत्रिम गर्भाधान, 1818 निकृष्ट पशु मन के बधियाकरण अऊ 29189 पशुओं के टीकाकरण करे गए हे।