आंगनबाड़ी म मिलीस ममता के छांव: सुपोषण कोति बढि़स नान्हें युवराज के पांव

बेमेतरा, 22 अप्रैल 2020। हंसत-खेलत परिवार म मां के अचानक मृत्यु ह दुख के संगेच पारिवारिक अस्थिता घलोक ले आथे। लइका कहूं छोटे हे तब ममता के अलावा वोकर सरीर उपर घलोक बहुत गहरा प्रभाव परथे। अइसन समय म ममता के छांव अऊ देखभाल मिले ले नान्हें पौधा जइसेच लइका घलोक नवा जीवन पा लेथे। कुछ अइसनहेच कहानी बेमेतरा जिला के ग्राम कुंरा निवासी कुपोषित बालक युवराज के हे, जऊन ह आंगनबाड़ी म मिले देखरेख ले सुपोषण कोति अपन पांव बढ़ाए हे।

स्थानीय परिवेक्षक श्रीमती रानू मिश्रा के बताती नान्हे युवराज रोजेच आंगनबाड़ी अवइया मासूम मयारू लइका ये। ओखर उमर 3 साल 6 महिना हे। नान्हे युवराज अपन पिता विरेन्द्र कोशले, माता बबीता कोशले, भाई, दादा-दादी अऊ चाचा-चाची के संग संयुक्त परिवार म रहत रहिस। पूरा परिवार खुशहाल जिदंगी व्यतीत करत रहिस के अचानक युवराज के मॉं श्रीमती बबीता दुनिया ले चल बसिस। श्रीमती बबीता के मृत्यु ले ओखर पूरा परिवार दुखी अऊ चिंतित हो गीस। नान्हे युवराज घेरी-बेरी मां ल पूछय अऊ खोजय फेर कोनो जवाब नइ देत रहिन। युवराज मने मन अपन मां ल खोजत रहय। वो अपन मां के कमी दिन-रात महसूस करय ये सेती उदास रहे लगिस। खाए-खेले अउ बात करे ले घलोक नान्हें युवराज के रूचि हटे लगिस। बालक युवराज मानसिक स्तर ले दुखी रहिस संगेच ओखर शरीर घलोक घटे लगिस।

श्रीमती रानू के बताती आंगनबाड़ी म कई पइत युवराज ले बात करके ओखर मन के बात ल जाने के कोसिस करे गीस त वो घेरी-बेरी अपन मां ल ही पूछय। हमार आगू युवराज के बचपना अऊ ओखर चेहरा के मुस्कान कइसे वापस लावन ये बहुत बड़े सवाल रहिस। हमन युवराज उपर जादा ध्यान देना शुरू करेन। युवराज के वजन 11 किलो 800 ग्राम रहिस, जऊन मध्यम कुपोषित श्रेणी ल दर्शात रहिस। ओखर वजन म अवइया दू महीना तक कोनो बढ़ोतरी नइ होइस जऊन एक चिंताजनक स्थिति रहिस। एखर से परिवेक्षक अऊ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुमारी बाई ह युवराज के खानपान म सरलग निगरानी रखना शुरू करिस। युवराज के देखभाल म उंखर चाची के घलोक विशेष सहयोग रहिस। इही बीच मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान शुरू होए म श्री दिनेश शुक्ला सामाजिक कार्यकर्ता कोति ले पौष्टिक चीज मन के वितरण आंगनबाड़ी केन्द्र म करे जात रहिस। एकर लाभ घलोक युवराज ल मिलीस। एखर अकतहा आंगनबाड़ी केन्द्र म भोजन अउ नाश्ता घलोक देहे जात रहिस। धीरे-धीरे युवराज के स्थिति म सुधार होए लगिस। अब वो खुलके बात करे अऊ लइका मन के संग घुल मिलके खेले लगे हे। ओखर बचपना धीरे-धीरे वापस आए लगे हे। युवराज के वजन घलोक बाढ़ गए हे अब ओखर वजन 12 किलो 300 ग्राम हो गीस जऊन एक सामान्य स्थिति ल दर्शाथे। ए प्रकार से आंगनबाड़ी म मिले ममता नान्हे युवराज ल कुपोषण ले सुपोषण कोति ले जाय म सफल साबित होए हे।

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