गरुवा के डे केअर सेंटर मॉडल गौठान तियार
दुर्ग, प्रेमचंद के कहानी मन ल पढहू त ऊंखर गांव के पात्र मन जइसे मवेशी घलोक परिवार के मयारू सदस्य के जइसे होथे अऊ पशुधन उंखर खेती के जमीन के जइसे सबले बड़े पूंजी होथे। हमर सबले बड़े ए ग्रामीण धरोहर ल सहेजे-संवारे के पहल अब छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला म शुरू हो गए हे। एकर हरेक ब्लॉक म मॉडल गौठान के सपना पूरा होवत हे। जइसे कोनो बने डे-बोर्डिंग स्कूल म अभिभवक अपन लइका के भरती के बेरा ऊंखर खाए-पीए अऊ दवई के बारे म आश्वस्त होथे पइसनहे च मॉडल गौठान वाले गांव मन म गांव वाले मन अपन पशुधन के देखरेख ल लेके आश्वस्त होवत हें। गौठान समिति मन ह पैरा के इंतजाम करत हें। मवेशी मन ल बने चारा खवाए बर नैपियर घास लगाये के तैयारी करे जात हे। दुर्ग जनपद के ग्राम घुघुसीडीह म अइसनेच मॉडल गौठान तियार होय हे। भीषण गर्मी म मवेशी मन के पानी पिये बर सोलर पंप लगा दे हे गए हे। पैरा के तको बनेच व्यवस्था हे। गांव म चारागाह जमीन के होत कमी ले पशुधन संकट म रहिन अऊ अब जब चारागाह बनाये जात हे त गांव वाले मन अड़बड़ मगन हे।
जिला के ग्राम पंचायत घुघसीडीह के अंतर्गत मॉडल गौठान के निर्माण करे जात हे। जऊन कि 4.5 एकड़ के क्षेत्र म राज्य शासन के नरवा, गरूवा, घुरूवा, बारी योजना के अंतर्गत मनरेगा के माध्यम ले मॉडल गौठान के निर्माण करे जात हे। ए योजना के अंतर्गत जिला पंचायत के माध्यम ले गौठान के चारो कोति केबल प्रोटेक्शन, ट्रेन्च सेक्शन सीपीटी के निर्माण करे गए हे। गौठान के चारो कोति फेंसिंग जाली लगाए गए हे। एखर अलावा घुघसीडीह गांव म तालाब गहरीकरण, नाली निर्माण, नाला जीर्णोद्धार अउ गहरीकरण के संग कुंआ निर्माण करे जात हे। जिला पंचायत के माध्यम ले शासन के योजना के अंतर्गत हर एक ग्राम पंचायत म नाडेप टैंक, वर्मी टैंक अउ अजोला टैंक निर्माण काम स्वीकृत करे गए हे।
ए स्वीकृत काम मन ले घुघसीडीह के अंतर्गत मॉडल गौठान म मचान निर्मित करे गए हे, जेमां मचान के ऊपर पैरा घलोक रखे गए हे। मवेशी ओ मचान के तरी रहिके पैरा खा सकत हें। मवेशी मन बर शेड के निर्माण घलो करे गए हे। एखरे संगेच पानी पीए बर बड़का कोटना के निर्माण करे गए हे। ए योजना के अंतर्गत गौठान म खाद तियार करे अउ ओखर रख-रखाव के व्यवस्था करे गए हे। एखर अलावा गांव वाले मन के खेती बाड़ी करे के व्यवस्था करे गए हे। राज्य शासन के ये योजना के अभी हाले म घुघसीडीह के ग्रामीणजन लाभ उठा सकही। राज्य शासन के योजना के लाभ हर एक ग्राम पंचायत मन ल मिलही।
गांव के सरपंच ह बताइस कि गाय मन हमार बर कामधेनु हे फेर एक जगा सकलाए नइ होए के सेती हम इनंकर पूरा सदुपयोग नइ कर पावत रहेन। अब गोबर खाद भरपूर मिलही अऊ फर्टिलाइजर के खर्चा घलोक बांचही। गांव के ही एक आन किसान हरिहर ह बताइस कि खेती जमीन के घलोक सहे के सीमा हे, कतका केमिकल डालबो, जमीन तो पूरा खराब हो जहि। एक समूह बाड़ी बर तैयार करे गए हे। समूह के सदस्य ह बताइस कि दुर्ग म हमर सब्जी के अच्छा भाव मिल जहि। हमन बहुत खुश हन। ये अइसन योजना हे जेमा आदमी ला तो फायदा हवयच, गरुवा मन के घलोक चांदी हे।
सिंचाई विभाग के कार्यपालन अभियंता ह बताइस कि घुघुसीडीह म नाला हे जेमा कुछ टूटफूट हे एला दुरुस्त करे जाही अऊ भरपूर पानी के बिवस्था हो जाही। गांव वाले मन ए बात ल लेके घलोक मगन हें कि गौठान म पशु स्वास्थ्य बर सुग्घर व्यवस्था रखे गए हे। सरलग जांच, टीकाकरण, नस्ल सुधार के संगेच बीमार मवेशी मन बर अलग शेड तैयार करे गे हे। हम आप ल बता देवन के पूरा दुर्ग जिला म 110 गांव प्रारंभिक चरण म योजना के क्रियान्वयन बर चुने गए हे।