- मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप म विकसित होवत हे गौठान
- गौठान अब पशुधन संरक्षण-संवर्धन के संगेच रोजगार के घलोक केंद्र
रायपुर. 20 अप्रैल 2020। कोरोना वायरस के संक्रमण रोके बर देशव्यापी लॉक-डाउन के बेरा म जब रोजगार के अधिकांश गतिविधि मन ठप्प हे, तब अइसन समय म कांकेर जिला के स्वसहायता समूह मन के महिला मन ह गौठान मन म सब्जी के खेती करके 74 हजार 600 रूपिया कमाए हें। जिला के 17 गौठान मन म 34 स्वसहायता समूह सब्जी उत्पादन करत हे। लॉक-डाउन के दौर म ये महिला मन अपन गांव के संगेच आसपास के गांव मन म भिण्डी, बरबट्टी, मिर्ची अऊ कई प्रकार के भाजि मन के आपूर्ति करत हें। सब्जी मन के बिक्री ले नरहरपुर विकासखण्ड के ग्राम श्रीगुहान के जय मां लक्ष्मी स्वसहायता समूह ल 12 हजार 400 रूपिया अऊ चारामा विकासखण्ड के मरकाटोला के ज्योति स्वसहायता समूह ल नौ हजार 500 रूपिया के आमदनी होए हे।
छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांक्षी नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत विकसित करे जात गौठान पशुधन के संरक्षण-संवर्धन के संगेच रोजगार के घलोक केंद्र बनत हे। ए मन ल स्थानीय गांव वाले मन के रोजगार बर मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप म तियार करे जात हे। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित स्वसहायता समूह के महिला मन गौठान मन अऊ चारागाह बर आरक्षित अकतहा जमीन म सब्जी उत्पादन के संगेच मक्का उत्पादन, सीमेन्ट पोल निर्माण, मछली पालन अऊ मशरूम उत्पादन करके कमाई करत हें। एखर से गांव म ही बहुत अकन महिला मन ल स्थायी रोजगार मिलत हे। गौठान मन म कंपोस्ट खाद बनाए अऊ फल-फूल अउ सब्जी मन के उत्पादन बर बाड़ी विकास के घलोक गतिविधि मन संचालित करे जात हे।