अब खरीफ के छोड़े रबी फसल घलो बोए लगे हे
महासमुंद, 18 जुलाई 2023
लघु अउ सीमांत किसान मन ब खेती-किसानी हमेशा ले चुनौती पूर्ण रहिस हे। राज्य म कई झन किसान सेंचई के बने व्यवस्था नई होए के सेती उन्नत कृषि नई करे पावय। अउ रबी, खरीफ के फसल घलो नई ले पावय। पूरा तरिका ले मानसून म ही आधारित खेती म किसान हमेशा चिंतिंत रहत रहिस हे। अइसे म राज्य शासन के कृषि योजना के सेती किसान मन के खेती के प्रति रूझान बाढीस हे। विभाग डहर ले अनेक योजना संचालित करे जाथ हे। जेमा से शैलो ट्यूबवेल योजना महत्वपूर्ण हे। ए योजना के लाभ उठा के अपन आर्थिक स्थिति ल मजबूत करत हुए महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम चिंगरौद के अइसे ही लघु सीमांत किसान श्री तेजकुमार साहू ह घाटा के खेती ले उबार के फायदा के खेती बनईस।
ओ ह बताइस हे कि पहिली सेंचई के साधन नई होए ले खरीफ म ही खेती ले बुता करत रहन, सिंचाई पूरा तरिका ले मानसून म जी निर्भर होए के सेती उत्पादन कम होवत रहिस। जेकर से फसल उत्पादन के मात्रा उम्मीद ले कम होवत रहीस। लागत के तुलना म आय कम प्राप्त होवय। ए सेती घर के आर्थिक स्थिति कमजोर रहय।
किसान श्री साहू ह कृषि विभाग कती ले संचालित राजिम भक्तिन धारा योजना अंतर्गत शैलो ट्यूबवेल के लाभ उठा के अपन खेत म ट्यूबवेल खोदवइस। जेकर से अब वो ह रबी अउ खरीफ दूनों फसल लेवत हे। अब खेती के रकबा सिंचित होए ले फसल के नकसान नई होवय। विभाग के राजिम भक्तिन धारा योजना अंतर्गत शैलो ट्यूबवेल खनन ले किसान के जीवन स्तर अउ आर्थिक स्तर म सुधार होइस हे।
Success story
Neha Rathore
महासमुंद : शैलो ट्यूबवेल योजना के लाभ लेवत तेजराम
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