मुख्यमंत्री ह दीपावली के सांस्कृतिक परंपरा के मुताबिक धनतेरस म अपन घर म धान के झालर बांधे के रसम करिन पूरा

रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह छत्तीसगढ़ म दीपावली के सांस्कृतिक परंपरा के मुताबिक धनतेरस म अपन घर के दुवारी म धान के झालर बांधे के रसम पूरा करिन।
देवारी के बेरा म खेत मन म जब नवा फसल पकके तियार हो जाथे, तब गांव वाले मन धान के नरम बाली मन ले कलात्मक झालर तियार करथें। एखर से घर के सजावट करके ओ मन अपन सुख अऊ समृद्धि बर मां लक्ष्मी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करत ओ मन ल पूजा बर नेवता देथें। अइसन लोक विश्वास हे कि उंखर ये नेवता चिरई के माध्यम ले देवी तक पहुंचथे, जेन धान के दाना चुगे अंगना अऊ दुवारी म उतरथें। इही मुताबिक प्रदेश के लोक-संस्कृति अपन खुशि मन ल प्रकृति के संग बांटथे अऊ ओला सहेजथे। छत्तीसगढ़ म बस्तर ले लेके सरगुजा तक धान के झालर घर के आंगन अऊ दुवारी म लटकाए के परंपरा हे। जेन ल पहटा या पिंजरा घलोक कहे जाथे।

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