रायपुर, जब माता पार्वती रिसा गे तो ओ ल कइसे मनाए गीस। एखर सुंदर प्रस्तुति धनगरी गजा लोकनृत्य के माध्यम ले महाराष्ट्र के सांगली के लोककलाकार मन ह काली राजधानी रायपुर म आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के मंच म दीन।
Day: November 3, 2022
मुख्यमंत्री ह छत्तीसगढ़ के जनकवि अऊ गीतकार श्री लक्ष्मण मस्तुरिया के पुण्यतिथि म ओ मन ल करिस नमन
रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह आज इहां अपन निवास कार्यालय म छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध जनकवि अऊ गीतकार स्वर्गीय श्री लक्ष्मण मस्तुरिया के पुण्यतिथि म ऊंखर फोटू म फुल चढ़ा के ओ मन ल नमन करिन। मुख्यमंत्री ह श्री मस्तुरिया ल सुरता करत कहिन कि श्री मस्तुरिया ह अपन गीत अऊ सुमधुर अवाज ले छत्तीसगढ़ के हर वर्ग के हिरदे म जगा बनाइन। ऊंखर गीत मन म छत्त्तीसगढ़ के माटी के सौंधी महक अऊ इहां के लोक-जीवन के झलक रहत रहिस। उमन कई छत्तीसगढ़ी फिल्म बर लोकप्रिय गीत मन के…
मुख्यमंत्री ले राज्य बाल संरक्षण आयोग के नवनियुक्त सदस्य ह के सौजन्य मुलाकात
रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ले आज इहां ऊंखर निवास कार्यालय म छत्तीसगढ़ राज्य बाल संरक्षण आयोग के नवनियुक्त सदस्य श्रीमती संगीता गजभिये ह सौजन्य मुलाकात करिन मुख्यमंत्री श्री बघेल ह श्रीमती गजभिये ल हार्दिक बधाई देवत पदेन दायित्व मन के कुशलतापूर्वक निर्वहन बर शुभकामना दीन।
गोवा के आदिवासी समुदाय के कुनबी नृत्य
कुनबी नृत्य गोवा के कुनबी मन, मुख्य रूप ले गोवा म बसे एक आदिवासी समुदाय हे,जेन इहां के सबले जुन्ना लोक परंपरा ल सरंक्षित रखेे हे।कुनबी महिला मन के नर्तक मन के एक समूह ह ये तेज अऊ सुरुचिपूर्ण नृत्य, पारंपरिक सादा पोशाक पहिरे ये जातीय कला के सामुहिक नृत्य प्रस्तुत करिन।
छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य के झलक
रायपुर, राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के तीसरइया दिन छत्तीसगढ़ के करमा नृत्यु के प्रस्तुतति तको होइस। एमा महिला मन नीला साड़ी पहिरे अऊ मूड़ म कलगी लगाए आदिवासी परम्परा के पहिचान ल सरंक्षित रखत सामूहिक, सामजंस्य अऊ एकता का संदेश देत करमा प्रस्तुत करिन। वाद्य यंत्र घलव म छत्तीसगढ़ के झलक दिखिस एमा निशान बाजा,मोहरी, मांदर, टिमटिमि बाजा के प्रयोग होइस ।
नर्तकी के संग नाचथे लौ, अइसन अद्भुत नृत्य हे होजागीरी
रायपुर, होजागीरी त्रिपुरा म दीपावली के खास नृत्य हे। मनखे मन घर म तो दीया जलाथें फेर दीवाली जइसे बड़े त्योहार के आनंद अऊ बेहतर तरीका ले मना बर ओ मन होजागीरी करथें। ये नृत्य म लोककलाकार मन अपन सिर म बोतल रखथें अऊ ये म दीया जलाथें।
डाना वाद्य यंत्र के संग मेघालय के वांगला नृत्य के मनमोहक प्रस्तुति
रायपुर, मेघालय के गारो जनजातियां भगवान के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करे बर ये नृत्य करथे। प्रकृति पूजन उपर आधारित नृत्य अक्टूबर-नवंबर महिना म करे जाथे। ये नृत्य म स्त्री अऊ पुरुष दुनों भाग लेथें।
भाई के लम्बा उमर बर दालखाई नृत्य के माध्यम ले होथे हे वनदेवी के प्रार्थना
रायपुर, भाई के दीर्घायु बर दालखाई नृत्य के माध्यम ले वनदेवी के प्रार्थना संबलपुरी ओडिशा के सौंरा जनजाति मन ह करथें।
तेलंगाना के लम्बाडी जनजाति के विशेष नृत्य लंबाडी
रायपुर, लंबाडी नृत्य तेलंगाना के लम्बाडी जनजाति के एक विशेष प्रकार के नृत्य ये ये नृत्य म महिला नर्तक बने फसल के कामना बर भगवान ल प्रसन्न करे बर नृत्य करथे। विवाह अउ आन अवसर म अपन खुशी प्रकट करे बर घलो ये नृत्य करे जाथे। ये नृत्य म डफ अऊ तुकता वाद्ययंत्र के परयोग करे जाथे।