मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के पहिली चरण पूरा, 10559 मनखे पाये गीस पॉजिटिव
नारायणपुर, 15 फरवरी 2020। जिला के दुर्गम क्षेत्र अऊ विषम भौगोलिक परिस्थिति मन के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के टीम उबड़-खाबड़ रद्दा, नदी-नाला मन ल पार करके ओरछा क्षेत्र के वनाचंल गांव जिहां आवागमन के साधन नइ होए के सेती कई किलोमीटर तक दुर्गम मार्ग म पैदल चलके गांव मन के घर, स्कूल, आश्रम, छात्रावास अउ पैरामिलिट्री कैम्प मन म पहुंचके मनखे मन के मलेरिया के जांच करिन। स्वास्थ्य विभाग ले मिले जानकारी के मुताबिक ए पइत कई अइसे गांव मन म मलेरिया जांच दल कोति ले मलेरिया के जांच करे गीस, जिहां पहिली कभू जांच नइ करे गए रहिस। मलेरिया मुक्त अभियान के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग जिला नारायणपुर कोति ले 15 जनवरी ले लेके अब तक चले ए सघन अभियान म जिला के 1 लाख 56 हजार 546 मनखे मन के मलेरिया जांच करे गीस। जांच म 10559 महिला, पुरूष अऊ लइका मलेरिया पॉजिटिव पाये गीस, जेमां ले 236 प्रकरण पी.व्ही 10147 पीएफ अउ 176 मिक्स प्रकरण मिलीस। उहें 152 गर्भवती महिला मन म मलेरिया पॉजिटिव पाइस गीस, जिंकर उपचार करे जात हे। आप मन जानतेच हव के नारायणपुर जिला ल मलेरिया, एनिमिया अऊ कुपोषण ले मुक्त करे के उद्देश्य ले मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के शुरूआत 15 जनवरी ले करे गए रहिस। अभियान के समय स्वास्थ्य विभाग टीम ह घर मन के संगें-संग, स्कूल, आश्रम, छात्रावास अउ पैरामिलिट्री कैम्प मन म जाके मनखे मन के स्वास्थ्य जांच करिन।
कलेक्टर श्री पी.एस.एल्मा ह राज्य शासन कोति ले बस्तर क्षेत्र के मनखे मन ल मलेरिया, एनीमिया अऊ कुपोषण ले मुक्त करे बर चलाये जात अभियान म जिला के स्वास्थ्य अमला के काम के तारीफ करे हें। उमन कहिन कि ए क्षेत्र म कुपोषण के एक बड़का कारण मलेरिया हे। मलेरिया संक्रमण ले रक्त के कमी हो जाथे, जेखर से एनीमिया के स्थिति निर्मित होथे। संगेच मलेरिया के सेती हीमोलिसिस होए ले प्रोटीन अउ शरीर के आन पोषक तत्व मन के घलोक हरास होथे जऊन कुपोषण के कारण बनथे। जेखर सेती मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान न केवल मलेरिया ले मुक्ति देवाही फेर एनीमिया, कुपोषण, शिशु अउ मातृ-मृत्यु दर म कमी लाय म कारगर सिद्ध होय हे।
मुख्य चिकित्सा अउ स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आनंदराम गोटा ह जानकारी देवत बताइस कि ए अभियान म मलेरिया के बचाव के जानकारी मनखे मन तक पहुंचाए बर व्यापक प्रचार-प्रसार करे गीस। एखर अन्तर्गत हाट-बाजार मन म कला जत्था कोति ले मच्छरदानी के प्रदर्शन करके स्थानीय बोली म एखर नियमित उपयोग बर प्रेरित करे गीस। जागरूकता बर प्रोजेक्टर ले मलेरिया उपर बने विडियो फिल्म के प्रदर्शन घलोक गांव म करे गीस। उमन बताइन कि ए क्रम म अब तक जिला के 29053 घर मन के सर्वे करे गए हे। जेमां स्कूल, आश्रम अर्धसैनिक बल मन के कैम्प घलोक सामिल हे। उमन बताइस कि अभियान के समय अब तक 637 घर मन म मलेरिया के लार्वा मौजूद मिलिस। जेला मौका म ही सर्वेक्षण दल ह नष्ट कर दीस। दल कोति ले मच्छरदानी मन के जानकारी लेके ओला लगाय बर घलोक मनखे मन ल प्रेरित करे गीस।