मुख्यमंत्री श्री बघेल ह फल-सब्जी ऑनलाइन डिलीवरी वेबसाइट सीजीहाट के करिस लोकार्पण

  • मनखे मन ल घर बईठे ही अब मिलही ताजा फल अऊ हरियर साग-भाजी
  • लॉकडाउन के बेरा म ऑनलाइन पोर्टल के उपयोग मनखे मन बर होही सुविधाजनक
  • डेढ़ सौ रूपिया के खरीदी म नइ लगय डिलीवरी चार्ज
  • लउहे ये सेवा आन चीज जइसे दूध, किराना सामान, कपड़ा, शहद, वनोपज, अण्डा आदि बर घलोक चालू करे जाही

रायपुर, 16 अप्रैल 2020। लॉकडाउन के बेरा म मनखे मन ल फल-सब्जी घर बईठे आसानी ले मिल सकय एखर बर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह आज अपन निवास कार्यालय म फल-सब्जी ऑनलाइन डिलीवरी वेबसाइट सीजीहाट के लोकार्पण करिन। लोकार्पण के मौका म कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला अउ मुख्यमंत्री के उप सचिव श्रीमती सौम्या चैरसिया उपस्थित रहिन।

जानबा हे के कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण ल रोके बर पूरा देश म लॉकडाउन ल 3 मई तक बढ़ा देहे गए हे। लॉकडाउन के अवधि म फल-सब्जी के दुकान खुले रखे के अनुमति देहे गए हे फेर तभो ले फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाए रखे बर बने होही के फल अउ सब्जी के घर पहुंच सेवा ऑनलाइन आर्डर करे म मनखे मन ल मिल सकय। एखर बर छत्तीसगढ़ शासन के एजेंसी चिप्स कोति ले फल अउ सब्जी घर बईठे ऑनलाइन आर्डर करे अऊ फल अऊ सब्जी के घर पहुंच सेवा देहे बर एक ऑनलाइन पोर्टल बनाय गए हे जेकर सीजीहाट नाम हे जऊन http://cghaat.in म उपलब्‍ध हे। फल-सब्जी के वेंडर जऊन ये पोर्टल के माध्यम ले सेवा देना चाहत हें, ओ मन ये मा ऑनलाइन अपन पंजीयन करा सकत हें। कलेक्टर कोति ले ओखर अनुमोदन होतेच ओ मन ये पोर्टल के माध्यम ले आर्डर पाए अऊ घर पहुंच सेवा देहे के काम चालू कर सकत हे। वेडर मन बर ये सुविधा निःशुल्क प्रदाय करे जात हे।

फल-सब्जी खरीदे के इच्छुक ग्राहक ये पोर्टल म पंजीयन करके अपन पसंद के वेंडर ल ऑनलाइन आर्डर दे सकत हें। ग्राहक मन बर घलोक पंजीयन निःशुल्क हे। फल अउ सब्जी के कीमत ऑनलाइन दिखही, 150 रूपिया ले जादा मूल्य के खरीदी म कोनो डिलीवरी शुल्क नइ लगय। वेबसाइट म एसएमएस नोटिफिकेशन अऊ आर्डर ट्रैकिंग के व्यवस्था घलोक करे गए हे। एखरे संग कोनो प्रकार के शिकायत होए म ऑनलाइन शिकायत घलोक दर्ज करे जा सकत हे। अभी हाले म एखर सेवा रायपुर शहर म उपलब्‍ध हे, फेर 1-2 दिन के भीतर प्रदेश के सबो बड़े शहर मन म ये ऑनलाइन पोर्टल के सुविधा उपलब्‍ध कराए जाही। लउहेच ये सेवा आन चीज जइसे दूध, किराना सामान, कपड़ा, शहद, वनोपज, अण्डे आदि बर घलोक उपलब्‍ध होही।

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