दंतेवाड़ा, 28 अप्रैल 2020। कोविड-19 के सेती जिहॉ एक कोति लॉकडाउन म अर्थव्यस्था चरमरा गए हे। उहें दंतेवाड़ा जिला के भैरमबंद गॉव के निवासी श्री अजमन यादव ह साग-भाजी बेच के करीबन एक लाख रूपिया कमाए हे। जेखर से ये संकट काल म घलोक ओखर परिवार खुशहाल हे। जानबा हे के वो एक सामान्य किसान हे, वो पारम्परिक रीति ले सिरिफ धान के फसल लगात रहिस। पाछू दू बछर ले वो ह अपन घर तीर थोरकुन जमीन म साग-सब्जी लगाना चालू करिस, जेखर से 30-40 हजार के कमई होइस। वो ह उद्यानिकी के कर्मचारी मन ले सर्म्पक करके उन्नत तरीका ले उद्यानिकी फसल उत्पादन करे के इच्छा जाहिर करिस। विभाग के कर्मचारी मन के सलाह ले वो ह सूक्ष्म सिंचाई योजना वन ड्राप मोर क्राप अउ मल्चिंग के उन्नत तकनीकि ले कम लागत म जादा आमदनी करके पाछू दू बछर ले टमाटर, भिण्डी, बरबटी, करेला आदि फसल उत्पादन करत हे, जेखर से वोला करीबन 60-80 हजार रूपिया के आमदनी होए हे।
सरकार के बहुआयामी योजना नरवा,गरूवा, घुरवा अऊ बाड़ी योजना ले लाभांवित कराए बर उद्यानिकी विभाग ह नवा बाड़ी म चैन लिंग फेंसिंग कराइस अऊ ये बाड़ी कार्यक्रम के तहत किसान ल दोहरा लाभ मिले लगिस। अउ ’’आम के आम, गुठलियों के दाम’’ चरितार्थ हो गए, काबर के बाड़ी योजना के तहत् किसान ल सब्जी उत्पादन करे के नरेगा तहत् मजदूरी घलोक मिलत हे अऊ संगेच रोजगार घलोक मिलत हे। किसान के बताती, अब मोला आन जगा काम खोजे बर जाना नइ परय। मोला अपन खेती करे म ही रोजगार मिलत हे। ये साल 2 एकड़ जमीन म बरबट्टी करेला अउ खीरा के फसल ड्रिप अउ सिंचाई पद्धति ले खेती करत हंव। जेखर से करीबन डेढ़ लाख रूपिया शुद्ध आमदनी होए के सम्भावना हे। उद्यानिकी फसल करके अपन आजमन बहुत खुश हे, अऊ अपन परिवार के 06 सदस्य मन के भरण पोषण करत हें।