रायपुर, 15 मई 2020। किसान मन के खेती के समान मन म सबले महंगी सामान खातू होथे। जे ह कृषि उत्पादन म 40 ले 50 प्रतिशत तक होथे। अदसन म कहूं किसान के बिसाए खातू म मिलावट होही त वोला बड़का नकसान होथे। ए संबंध म जानबा होए हे के किसान खुदे स्थानीय स्तर म भारत सरकार के अधिकृत संस्थान सीएफसीएल के बताए विधि ले मिलावटी उर्वरक के पता लगा सकथें।
उप संचालक कृषि श्री आर एल खरे के बताती यूरिया म सादा नमक, एम ओ पी (प्यूरेट आफ पोटाश), एसएसपी, रॉक फास्फेट, एनपीके मिश्रण, चिकनी मिट्टी आदि मिलावटी पदार्थ हो सकत हे। अइसनहे डीएपी म क्ले मिट्टी अउ जिप्सम के गोली, सीएन अउ एसएसपी म बालू अउ सादा नमक, एम ओ पी म बालू अउ सादा नमक, एन पी के म एसएसपी, रॉक, फास्फेट, एन पी पी के मिश्रण के मिलावट हो सकत हे। जिंक सल्फेट म मैग्नीशियम सल्फेट, कॉपर सल्फेट म बालू या सादा नमक, फेरस सल्फेट म बालू या सादा नमक के सामान्य मिलावट हो सकत हे।
ए प्रमुख खातू मन म सामान्य मिलावट के जांच सेंट्रल फर्टिलाइजर क्वालिटी कंट्रोल एंड टेस्टिंग इंस्टिट्यूट (भारत सरकार) फरीदाबाद (हरियाणा) ले विकसित विधि ले करे जा सकत हे। उप संचालक कृषि के बताती शुद्ध यूरिया चमकदार, करीबन समान आकार के दाना वाला, पानी म पूरा घुल जाने वाला, घोल ल छूए म शीतल के अनुभूति, गरम तवा म रखे ले पिघल जाना, आंच (लौ) तेज करे म कोनो अवशेष ना बचना, आदि सामान्य बात हे। एखर जांच बर हथेली म थोकथ पानी ले 2 मिनट बाद जब हथेली अऊ पानी के ताप मुताबिक हो जाय तब 10 ले 15 दाना यूरिया के डालव, शुद्ध यूरिया ठंडक देही। कहूं यूरिया ठंडक नइ देही त यूरिया मिलावटी हे समझव। अइसनहे एक चम्मच यूरिया घोल म आधा मिलीलीटर बेरियम क्लोराइड मिलाव, शुद्ध यूरिया के घोल स्वच्छ होही। कहूं सफेद अवक्षेप आत हे, त यूरिया मिलावटी हे।