नारायणपुर, 04 जून 2020। सैकड़ों मील दूरिहा हर साल श्रमिक, कामगार ऑखी म नवा सपना धरे काम खोजे बर घर छोड़ के जाथें। नारायणपुर जिला के धुर नक्सल प्रभावित टेमरूगांव के श्री मानसिंह अऊ ओखर दू संगी श्री रामसिंह अऊ श्री कुम्बूलाल घलोक काम के तलाश म घर छोड़के तमिलनाडू राज्य गए रहिन। ओ मन ये बात जानत रहिन, के कम पढे-लिखे मनखे ल बने काम नइ मिलय अउ संगेच म रहे-खाए के तको दिक्कत होथे, तभो ले उमन निकल गए रहिन। कुछेक दिन बीते रहिस के कोरोना महामारी लॉकडाउन के चलते ऊंखर आगू नवा संकट आ खड़ा होइस, काम-काज बंद हो गे। घर के सुरता आए लगिस। संकट के घड़ी म अब उनला एहसास होइस के घर म हर सहूलियत के चीज आसानी ले मिल जाथे।
मानसिंह अऊ वोखर संगी मन उहां खाए बर तरसे लगिन। कहूं ले कोनो मदद के उम्मीद के किरण नजर नइ आइस। तब छत्तीसगढ़ सरकार ले गोहार लगाइन। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह मानसिंह जइसे हजारों प्रवासी श्रमिक, कामगार मन ल वापस लाय बर अपन संवेदनशीलता के परिचय दीस। संकट के घड़ी म छत्तीसगढ़ संग देश के कई राज्य मन म फंसे प्रवासी श्रमिक मन ल स्पेशल ट्रेन, बस आदि ले सकुशल, सुरक्षित वापस उंकर घर तक लाय के नेक काम करे गीस। मुख्यमंत्री ह ग्रामीण क्षेत्र मन म आर्थिक गतिविधि म घलोक छूट दीन, ताकि गांव वाले मन ल काम मिले अऊ उंखर रोजी-रोटी के समस्या दूर हो सकय। सरकार ह अपन प्रवासी श्रमिक मन ल ऊंखर निवास स्थल म ही मनरेगा के तहत रोजगार मुहैय्या करावत हे। जेमां रोजगारमूलक काम मन के संचालन करके ओ मन ल आर्थिक रूप ले सशक्त करे के काम करे जात हे। मानसिंह ह एखर बर मुख्यमंत्री के शुक्रिया अदा करे हें। आज मानसिंग अऊ ओखर साथी अपन गांव म मनरेगा म काम करत हें।
नरेगा के अन्तर्गत अभी जिला के ग्राम पंचायत मन म व्यापक स्तर म काम शुरू करे गए हे। लॉकडाउन अवधि म ए काम मन ले गांव वाले मन ल गांवे म रोजगार मिले के संग जल संरक्षण, जल संचय अऊ प्राकृतिक संसाधन मन ल सहेजे के काम होवत हे। शासन के दिशा-निर्देश के मुताबिक सबो कार्य स्थलों म कोरोना वायरस के संक्रमण ल रोके के उपाय करे गए हे। ए उपाय मन के अन्तर्गत मास्क या कपड़ा ले मुंह ढंकके रखना, साबुन ले हाथ धुवई अऊ एक-दूसर ले शारीरिक दूरी बनाके रखे के निर्देश मन के कड़ाई ले पालन करे जात हे।