रोका-छेका के कारगर व्यवस्था ले अब किसान अऊ पशुपालक निश्चिंत
गरियाबंद, 08 जुलाई 2020। प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल ह जब ले परंपरागत रोका-छेका के व्यवस्था ल प्रदेश म लागू करे के निर्णय लेहे हे तब ले गांव-गांव म रोका-छेका अभियान ल पहिली ले बने अऊ मजबूत बनाए बर ग्रामीण जुट गए हें। गांव के सरपंच ले लेके किसान अऊ महिला समूह मन ये परंपरागत व्यवस्था ल फेर लागू करे के पहल के सराहना करे हें। आज जब ये अभियान गांव गांव म चलाय जात हे त एकर असर किसान मन के खेत मन म दिखे लगे हे, बरसात आतेच जब खेत मन म हरियाली छा जाथे तब मवेशी हरियर चारा के लालच म अपन घर ले सीधा खेत कोति दउंड़थे, तब ओ मन ल छेकना पशुपालक मन बर मुड़पीरा बन जाथे। किसान घलोक अपन फसल के सुरक्षा ल लेके चिंतित हो जाथे। फेर रोका-छेका अभियान के चलत अब जिहां किसान अऊ पशुपालक निश्चिंत नजर आवत हें उहें खेत मन म फसल के हरियाली चारोओर दिखे लगे हे। अब खेत मन म मवेशी चरत नइ दिखत हे भलुक आदर्श गौठान मन म या फेर अपन परंपरागत गौठान मन म सकलाए दिखत हें। एकर असर खेत मन म घलोक दिखत हे।