मुख्यमंत्री श्री बघेल 5 अगस्त के ‘गोधन न्याय योजना‘ के हितग्राही मन के खाता म करहीं गोबर खरीदी के राशि के अंतरण

  • 46 हजार 964 हितग्राही मन ल 1.65 करोड़ रूपिया के होही भुगतान
  • शहीद महेन्द्र कर्मा ल उंखर जयंती के अवसर म अर्पित करहीं श्रद्धांजलि
  • शहीद महेन्द्र कर्मा के नाम म प्रदेश म शुरू होही तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना
  • प्रदेश के 12.50 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार मन ल मिलही लाभ
  • मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम ले गोबर विक्रेता मन ले घलोक करहीं चर्चा
  • राम वन गमन रस्ता म दे जाही प्रस्तुतीकरण

रायपुर, 04 अगस्त 2020। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह काली 5 अगस्त के रायपुर निवास कार्यालय म आयोजित कार्यक्रम म राज्य सरकार के अभिनव योजना ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत गोबर खरीदी के पहिली भुगतान हितग्राही मन के खाता म अंतरित करे के प्रक्रिया के शुभारंभ करहीं। श्री बघेल ये बेरा म प्रदेश म शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना के घलोक शुभारंभ करहीं।

निरधारित कार्यक्रम के मुताबिक मुख्यमंत्री श्री बघेल मंझन 3 बजे शहीद महेन्द्र कर्मा के जयंती के अवसर म ऊंखर फोटू म माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि अर्पित करहीं। वोखर बाद कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे अऊ वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के उद्बोधन होही। श्री बघेल 3.15 बजे गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर खरीदी के राशि के हितग्राही मन के खाता म अंतरण प्रक्रिया के शुभारंभ करहीं। श्री बघेल एखर बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम ले गोधन न्याय योजना के हितग्राही मन ले चर्चा करहीं। मंझन 3.35 बजे मुख्यमंत्री शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना के शुभारंभ करे के बाद कार्यक्रम ल सम्बोधित करहीं। पर्यटन विभाग के अधिकारी मन मंझन 3.50 बजे राम वन गमन रस्ता उपर प्रस्तुतीकरण देहीं।

मुख्यमंत्री श्री बघेल गोधन न्याय योजना के तहत 20 जुलाई ले 1 अगस्त तक गोबर खरीदी के पहली किश्त के राशि 5 अगस्त के सहकारी बैंक के माध्यम ले हितग्राही मन के खाता म अंतरित करहीं। राज्य म कुल 4140 गौठान मन म पंजीकृत 65 हजार 694 हितग्राही मन म ले 46 हजार 964 हितग्राही मन 82 हजार 711 क्विंटल गोबर के विक्रय करे हें, जेकर कुल राशि 2 रूपिया प्रति किलो के दर ले 1 करोड़ 65 लाख रूपिया पशुपालक मन के बैंक खाता म हस्तांतरित करे जाही। ये योजना के लाभ प्रदेश के आखरी छोर के पशुपालक मन तक पहुंचाए जात हे, जेमां 38 प्रतिशत महिला हितग्राही, 48 प्रतिशत आन पिछड़ा वर्ग, 39 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति, 8 प्रतिशत अनुसूचित जाति अउ 5 प्रतिशत सामान्य वर्ग के हितग्राही हें। गोबर खरीदी के अगला भुगतान 15 अगस्त ले करे जाही। ये योजना के अंतर्गत राज्य के रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, धमतरी अऊ बालोद जिला मन म सबले जादा गोबर विक्रय करे गए हे। अइसनहे नगरीय क्षेत्र मन म रायपुर अउ दुर्ग के पशुपालक मन ह सबले जादा गोबर विक्रय करे हें।

गोधन न्याय योजना देश म अपन जइसे पहिली योजना हे, जेमां पशुपालक, किसान मन ले 2 रूपिया प्रति किलो (परिवहन व्यय सहित) के दर म गौठान म खरीदी करे जात हे। खरीदे गए गोबर ले गौठान मन म वर्मी कम्पोस्ट तियार करके एकर सहकारी समिति मन के माध्यम ले विक्रय करे जाही। ये योजना के माध्यम ले एक कोति पशुपालक मन ल आर्थिक लाभ होही। उहें दुसर कोति प्रदेश म जैविक खेती ल बढ़ावा मिलही।

शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना
शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना म तेंदूपत्ता संगहण काम म लगे पंजीकृत संग्राहक परिवार के मुखिया (50 साल ले जादा आयु नइ होए के स्थिति में) के सामान्य मृत्यु म नामांकित मनखे या उत्तराधिकारी ल 2 लाख रूपिया के अनुदान सहायता राशि प्रदान करे जाही। दुर्घटना ले मृत्यु होए म दू लाख रूपिया अकतहा प्रदान करे जाही। दुर्घटना म पूरा विकलांगता के स्थिति म 2 लाख रूपिया अऊ आंशिक विकलांगता के स्थिति म एक लाख रूपिया के सहायता अनुदान राशि देहे जाही।

योजना के अंतर्गत कहूं संग्राहक परिवार के मुखिया के 50 ले 59 आयु साल के बीच सामान्य मृत्यु होथे, त 30 हजार रूपिया, दुर्घटना म मृत्यु होए म 75 हजार रूपिया, दुर्घटना म पूर्ण विकलांगता के स्थिति म 75 हजार रूपिया अऊ आंशिक विकलांगता के स्थिति म 37 हजार 500 रूपिया के सहायता अनुदान राशि परिवार के नामांकित मनखे या उत्तराधिकारी ल देहे जाही।

छत्तीसगढ़ राज्य म तेंदूपत्ता संग्रहण म लगे परिवार मन ल सामाजिक सुरक्षा प्रदान करे के उद्देश्य ले वन विभाग अउ छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित के समन्वय ले ये योजना चालू करे जात हे। ये योजना के क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ कोति ले करे जाही, जेमां संबंधित जिला यूनियन कोति ले ही एक महिना के अंदर प्रकरण मन के निराकरण करत सहायता अनुदान के राशि सीधा संग्राहकों के बैंक खाता म प्रदाय करे जाही, जेखर से प्रकरण मन के निराकरण सुगमता अउ शीघ्रता ले करे जा सकही।

जानबा हे के राज्य सरकार तेंदूपत्ता संग्राहक मन के सामाजिक सुरक्षा अउ आर्थिक सुदृढ़ता सुनिश्चित करे बर वचनबद्ध हे। राज्य म तेंदूपत्ता संग्रहण दर 2500 रूपिया प्रति मानक बोरा ले बढ़ाके 4000 रूपिया प्रति मानक बोरा करे गए हे।

लउछरहा..