- गोधन न्याय योजना के पहिली पेमेंट मिलतेच तेजी ले बढ़त हे शहरी हितग्राही मन के संख्या
- शुरुआती दिन म 700 किलो गोबर बिकत रहिस, पहिली पेमेंट होतेच अब करीबन सात हजार किलोग्राम रोज के गोबर एके जोन के खरीदी केंद्र म बिकत हे
दुर्ग 10 अगस्त 2020। भिलाई के कोसा नाला के पशुपालक रोहित यादव तीर सोला गाए हे। हर दिन एखर से करीबन दू सौ ले तीन सौ किलोग्राम गोबर होथे। एकर डिस्पोजल रोहित बर पहिली बड़का समस्या रहिस। गोधन न्याय योजना ले ये समस्या तो दूर होइस, अब ओ ल एखर अच्छा खासा कीमत मिले लगे हे। हर दिन ओ ह पांच सौ ले छै सौ रुपिया के गोबर बेचत हे। 31 जुलाई ले जब भुगतान होए ल सुरू होइस तब ले रोहित के खाता म करीबन तीन हजार रुपए के राशि आए हे। रोहित ह बताइस के मोर तीर गोबर रखे बर जगा नइ हे। ए खातिर मैं हर दिन गौठान म आके गोबर बेच देथंव। शहरी क्षेत्र मन म गोबर के डिस्पोजल बड़का समस्या हे। अब ये योजना शुरू होए ले मोला एखर पइसा घलोक मिले लागिस। रोहित ह अपन गोबर जोन 4 स्थित शहरी गौठान म बेचत हे। भिलाई के जोन 4 म स्थित शहरी गौठान के जइसे ही आन खरीदी केंद्र मन म घलोक रोहित के जइसे बहुत अकन हितग्राही 31 जुलाई ले पहली खरीदी के भुगतान लेहे हें। 20 अगस्त ल अवइया भुगतान के तारीक निरधारित करे गए हे।
जानबा हे के नगर निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी ह सबो जोन कमिश्नर मन ल हर दिन गोबर खरीदी अऊ एखर पेमेंट के स्थिति के नियमित मानिटरिंग करे के निर्देश देहे हें। संगेच उमन वर्मी टैंक बनाए के काम म तेजी लाय के निर्देश घलोक जोन कमिश्नर मन ल देहे हें ताकि गोबर के आवक के मुताबिक वर्मी टैंक तियार रहय। भिलाई के शहरी गौठान म हर दिन हितग्राही मन करीबन सात हजार किलोग्राम के आसपास गोबर के विक्रय करत हें। अब तक करीबन 95 हजार किलोग्राम गोबर के विक्रय हो चुके हे। इहां स्वसहायता समूह मन के महिला मन वर्मी कंपोस्ट बनाए म जुटे हें।