सरकारी नर्सरी, वृक्षारोपण ले लेके रेशम उत्पादन म घलोक उपयोग होवत हे कम्पोस्ट खाद

स्वसहायता समूह मन ह 14 लाख रूपिया ले जादा मूल्य के वर्मी कम्पोस्ट खाद तियार करिन

कोरबा, 19 अगस्त 2020। छत्तीसगढ़ सरकार के सुराजी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के सार्थकता धीरे-धीरे साकार होए लगे हे। गांव म पशुधन के संरक्षण अऊ संवर्धन बर बनाए गए गौठान गांव वाले मन के आजीविका के केन्द्र के रूप लेहे लगे हे। छत्तीसगढ़ सरकार के प्रोत्साहन के चलत गौठान मन म महिला समूह मन बड़का मात्रा म वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन करत हें। समूह मन गौठान मन म उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग शासकीय नर्सरी मन के संगेच अब रेशम उत्पादन म उपयोगी पौधा मन के पोषण बर होए लगे हे।

कोरबा जिला के सबो सरकारी नर्सरी मन म कई ठन प्रजाति के फलदार पौधा ल गौठान मन म बने कम्पोस्ट खाद ले पोषण मिले लगे हे। वन विभाग कोति ले कराए जात वृक्षारोपण के संगेच रेशम कीट ल जीवित रखे बर लगे पौधा मन बर घलोक वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग होए लगे हे। जिला के 74 गौठान मन म अभी कम्पोस्ट खाद बनाए के काम जारी हे। गौठान मन म बने ये खाद ल उद्यानिकी, वन, कृषि के संगें-संग रेशम विभाग घलोक खरीदत हे। नगरीय निकाय मन म वृक्षारोपण अऊ पार्क मन के पौधा मन के संपोषण बर घलोक इही वर्मी खाद के उपयोग करे जात हे। खास बात ये हे के कम्पोस्ट खाद कहूं बाहिर ले नइ मंगाए गए हे, भलुक एकर उत्पादन छत्तीसगढ़ सरकार कोति ले गांव म स्थापित गोठान म होय हे। जरूरत के मुताबिक शासकीय विभाग मन अब बीज निगम ले जैविक खाद के खरीदी करे के बलदा मा स्थानीय स्तर म ही महिला स्वसहायता समूह मन ले वर्मी खाद के खरीदी करे लगे हें।

गोठान मन के कम्पोस्ट खाद म एक कोति जिहां जिला के नर्सरी मन ल हरियाली ले भर देहे हे, त उहें दुसर कोति वर्मी खाद तियार करे म भिड़े महिला स्वसहायता समूह मन ल उत्साह ले भर देहे हे। जिला म कम्पोस्ट खाद बनाए के काम 74 गोठान मन म 74 महिला स्वसहायता समूह मन पाछू एक साल ले सरलग करत हें। समूह के महिला मन ह ए गोठान मन म 309 वर्मी बेड मन म एक हजार 497 क्विंटल वर्मी खाद उत्पादित करे हें। ये खाद ल स्थानीय स्तर म किसान मन के संगें-संग वन विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, रेशम विभाग ह घलोक अपन शासकीय योजना मन के क्रियान्वयन म उपयोग बर खरीदे हे। जिला के वर्मी कम्पोस्ट के प्रमाणीकरण संस्था कोति ले गुणवत्ता प्रमाणन घलोक करे जा चुके हे। महिला समूह मन ह ये कम्पोस्ट खाद के रेट नौ रूपिया साठ पइसा प्रतिकिलो तय करे हें। ये हिसाब ले महिला मन ह अब तक 14 लाख 37 हजार रूपिया ले जादा के कम्पोस्ट खाद बना लेहे हें। ये मा ले महिला मन ह करीबन एक हजार 70 क्विंटल खाद के बिक्री कर डरे हें। जेखर से ओ मन ल 10 लाख 27 हजार रूपिया ले जादा के आमदनी होए हे। अभी महिला मन तीर करीबन चार लाख रूपिया ले जादा के 430 क्विंटल कम्पोस्ट खाद बांचे हे। एखर संगेच खाली वर्मी बेड मनल फेर से भर दे गए हे। जेकर से अवइया 15 दिन म करीबन साढ़े पांच सौ क्विंटल अऊ खाद बन जाही।

कोरबा विकासखंड के बासीन गांव म बने गोठान के संचालन करइया उजाला स्व सहायता समूह के अध्यक्ष सितारा बेगम कहिथे के गौठान म गोबर-कचरा ले खाद बनाए के लागत कम हे। 40-45 दिन म खाद तियार हो जाथे। ओला निकालके, छानके पैकिंग करथन, फेर नौ रूपिया साठ पइसा किलो म बेचथन। कचरा के सफाई के संगें-संग कम समय म ही अच्छा-खासा कमई घलोक हो जाथे। समूह के सचिव मीरा बाई बताथे के महिला समूह ह गोठान मन म उपलब्‍ध गोबर अऊ पेड़-पौधा मन के पत्ता अऊ वानस्पतिक कचरा ल वर्मी बेड म भरके खाद तियार करे जात हे। वर्मी बेड म भरे कचरा म गेंगरूआ डालके ओला जैविक खाद म बदले जाथे। ये मा कोनो कैमिकल के उपयोग नइ होवय। अइसन जैविक खाद साग-भाजी के संगें-संग फल अऊ आन फसल मन बर घलोक उपयोगी होथे। जिला म महिला समूह मन कोति ले बनाय गए ये खाद के दिनों-दिन मांग बाढ़त जात हे।

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