गरियाबंद, 19 अगस्त 2020। ग्रामीण अर्थव्यवस्था ल मजबूती प्रदान करे अऊ मनखे मन ल आय के जरिया उपलब्ध कराए के उद्देश्य ले शुरू करे गए राज्य शासन के गोधन न्याय योजना के लाभ आमजन तक पहुंचे लगे हे। दू रूपिया प्रति किलो के दर ले निरधारित गोबर बेचके पशुपालक मन आय अर्जित करत हें, त उहें दुसर कोति गोबर ले वर्मी कम्पोस्ट बनाके स्वसहायता समूह मन के महिला मन ल घलोक एकर फायदा मिलत हे। वर्मी कम्पोस्ट खाद निर्माण ले जैविक कृषि ल घलोक बढ़ावा मिलही। सुराजी ग्राम योजना अंतर्गत नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना ले बने आदर्श गौठान मन म पहिली ले ही गोबर सकेल के वर्मी कम्पोस्ट बनाय जात रहिस, जऊन ल गोधन न्याय योजना ले अऊ जादा गति मिलत हे।
जिला गरियाबंद के फिंगेश्वर विकासखंड अंतर्गत ग्राम बोरसी के राजीव लोचन स्व-सहायता समूह के महिला मन पहिलिच ले वर्मी कम्पोस्ट बनावत हें। एला गोधन न्याय योजना ले जोड़े ले आसानी ले उमन ल गोबर मिले लगे हे तेकर सेती अब वो मन जादा मात्रा म वर्मी कम्पोस्ट बनावत हें। वर्मी कम्पोस्ट ल उद्यानिकी अऊ वन विभाग ह 8.50 रूपिया प्रतिकिलो के दर ले बिसावत घलोक हे। जेखर से महिला मन ल अकतहा लाभ होवत हे। ये बीच म फिंगेश्वर विकासखंड के ग्राम बोरसी, जेंजरा, रोहिना, सुरसाबांधा, भेंड्री के बिहान के महिला ग्राम संगठन मन 125 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट विक्रय करे हें।
जानबा हे के गोधन न्याय योजना अंतर्गत गरियाबंद जिला के 100 गौठानों म पशुपालक मन ले 17 अगस्त तक कुल 6 हजार एक सौ 37 क्विंटल गोबर के खरीदी होए हे। 100 गौठान मन के समिति मन ल 62 लाख 10 हजार 114 रूपिया भुगतान बर खाता म जारी घलोक कर दे गए हे। जेखर अंतरण पशुपालक मन के खाता म करे जात हे। अभी तक 3 लाख 81 हजार 433 रूपिया के भुगतान पशुपालक मन के खाता म करे जा चुके हे। जबकि शेष के भुगतान प्रक्रिया जारी हे।