गोबर बेचके रामनाथ ह कमाइस 27 हजार रूपिया

उत्तर बस्तर कांकेर, 28 नवंबर 2020। छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांक्षी ‘गोधन न्याय योजना’ ग्रामीण अर्थव्यवस्था ल सुदृढ़ करे म मददगार साबित होवत हे। गोबर बेचे ले मिले रूपिया ल कोनो अपन खेती-किसानी म लगावत हे, त कोनो ओखर से पशुधन खरीद के दुग्ध व्यवसाय ल मजबूती प्रदान करे म लगे हे। चारामा विकासखण्ड के ग्राम आंवरी के भूमिहीन किसान रामनाथ ठेठवार ह घलोक गोबर बेचे ले मिले 27 हजार रूपिया ले 02 उन्नत नस्ल के गाय अऊ बछिया बिसाए हे, जेखर से ओ ह दुध व्यवसाय ल आगू बढ़ाही। रामनाथ के बताती वोकर तीर देशी नस्ल के गाय रहिस, जेन ल कृत्रिम गर्भधान कराए गीस अऊ ओखर से उन्नत नस्ल के बछड़ा पैदा होइस जेन बड़े होके गाय बनिस, जेखर से वो ह दुध व्यवसाय शुरू करिस जेन वोखर परिवार के जीवन-यापन के एकमात्र साधन हे। रामनाथ ठेठवार ल दूध के विक्रय ले महीना म करीबन 4 ले 5 हजार रूपिया के शुद्ध आमदनी हो जाथे। वोकर तीर अभी हाल म उन्नत नस्ल के 19 पशुधन हे, जेखर गोबर ल आंवरी के गौठान म बेचे ले 27 हजार रूपिया के आमदनी होए हे जेखर से उमन शाहीवाल नस्ल के एक गाय अऊ बछिया बिसाए हे। जानबा हे के कांकेर जिला म 04 हजार 497 पशुपालक मन ह गोबर बेचके 01 करोड़ 30 लाख 66 हजार रूपिया के आमदनी पाए हें, जेकर से उंकर जीवन ल संवारे म कड़का मदद मिले हे।

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