चारागाह बनिस, चिर्रा गौठान समिति के आजीविका के आधार: चंद्रमुखी स्व सहायता समूह के महिला मन ह बेचिन दू लाख 20 हजार रूपिया के नेपियर रूट

कोरबा, 13 जुलाई 2021। छत्तीसगढ़ सरकार के महत्वाकांक्षी नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना गांव वाले मन के जीवन स्तर ल उठाए के संगें-संग सफल जीवन के आधार बनत हे। ये सफलता के कड़ी म एक नवा आयाम गौठान म काम करत महिला मन ह जोड़े हें। कोरबा जिला के ग्राम चिर्रा के गौठान समिति ले जुड़े चंद्रमुखी स्व सहायता समूह के महिला मन ह पाछू साल दू लाख 20 हजार के नेपियर रूट बेचके लाभ कमाए हें। समूह के महिला मन पशु चिकित्सा विभाग कोति ले निःशुल्क मिले नेपियर रूट ले हरियर चारा उत्पादन करके अऊ नेपियर रूट ल बेचके आर्थिक उन्नति के कोति अग्रसर होवत हें। समूह के महिला मन गौठान के दू एकड़ जमीन म हरियर चारा उत्पादन बर नेपियर घास के खेती करत हें। चारागाह म उत्पादित नेपियर रूट ल जिला के आन गौठान मन के चारागाह म लगाय बर समूह के महिला मन ह बिक्री करे हें। समय-समय म पशु चिकित्सा विभाग अऊ कृषि विभाग कोति ले स्व सहायता समूह के सदस्य मन ल नेपियर के रोपण अऊ रखरखाव के संबंध म निशुल्क प्रशिक्षण अऊ जानकारी घलोक उपलब्‍ध कराए गए हे। चिर्रा गौठान के चारागाह म चंद्रमुखी स्व सहायता समूह के सदस्य मन ह दू एकड़ म प्रति एकड़ 10 ले 15 हजार नेपियर रूट ल रोपित करे हें। बेहतर रखरखाव, समय म खाद अऊ पानी देहे ले करीबन 300 क्विंटल हरियर चारा के उत्पादन होए हे अऊ करीबन दू लाख नेपियर रूट्स के घलोक उत्पादन होए हे।

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