रायपुर, 16 जुलाई 2021। छत्तीसगढ़ म डेयरी व्यवसाय ल प्रोत्साहित करे अऊ स्व-रोजगार म बढ़ोतरी बर पशुधन विकास विभाग कोति ले राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना के संचालन राज्य भर म करे जात हे। ये योजना के अंतर्गत दू पशु मन के इकाई लागत 1 लाख 40 हजार रूपिया के राशि म सामान्य प्रवर्ग के हितग्राही मन ल 50 प्रतिशत अऊ अनुसूचित जाति अऊ अनुसूचित जनजाति प्रवर्ग के हितग्राही मन ल 66.6 प्रतिशत के दर ले अनुदान के प्रावधान हे।
जानबा हे कि अभी हाल वित्तीय साल 2021-22 म ये योजनांतर्गत 950 हितग्राही मन ल लाभान्वित करे के लक्ष्य रखे गए हे। जेमा ले 200 हितग्राही अनुसूचित जनजाति वर्ग के अऊ 168 हितग्राही अनुसूचित जाति वर्ग के रइहीं। योजना के तहत साल 2020-21 म राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना अंतर्गत 310 अनुसूचित जनजाति अऊ 36 अनुसूचित जाति संग 527 हितग्राही मन कोति ले डेयरी इकाई स्थापना म ओ मन ल 15 करोड़ 17 लाख रूपिया के राशि के अनुदान देहे गए हे।
संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं ले मिले जानकारी के मुताबिक योजना के लाभ प्राप्त करे बर हितग्राही ल छत्तीसगढ़ म कम से कम 5 साल ले निवास करत रहिना चाही। भूमिहीन, छोटे अऊ सीमांत कृषक, गरीबी रेखा के नीचे के परिवार, दुग्ध सहकारी समिति के सदस्य मन, दुग्ध संकलन मार्ग म स्थित गांव गौठान योजना अंतर्गत चिन्हित गांव के पशुपालक, महिला स्व-सहायता समूह के सदस्य मन अऊ पहिली ले दुग्ध उत्पादन म संलग्न परिवार ल योजनांतर्गत प्राथमिकता प्रदान करे जाथे। हितग्राही डेयरी इकाई के स्थापना बैंक ऋण के माध्यम ले (बैंक लिकेज) या खुद के पूंजी (स्व-वित्तीय) लेके कर सकत हे। योजना ले लाभ लेहे बर इच्छुक हितग्राही तीर के पशु चिकित्सा संस्था (पशु औषधालय, कृत्रिम गर्भधान उपकेंद्र, मुख्य ग्राम इकाई, पशु चिकित्सालय, कृत्रिम गर्भधान केंद्र, मुख्य ग्राम खण्ड) म निरधारित प्रपत्र म आवेदन प्रस्तुत कर सकत हे। जादा जानकारी बर पशु चिकित्सा कार्यालय या संस्था म सम्पर्क करे जा सकत हे।