रायपुर, 26 अगस्त 2021। छत्तीसगढ़ म गोधन न्याय योजना ले जुड़के शहरी क्षेत्र के झुग्गी बस्ती मन म रहइया महिला मन घलोक लाभान्वित होवत हें। गौठान मन म जिहां गोबर खरीदी-बिक्री के माध्यम ले एखर से जुड़े महिला समूह मन ल अब न सिरिफ नियमित रूप ले रोजगार मिलत हे, भलुक ओ मन ल बेहतर आमदनी घलोक होवत हे। रोजगार मिले अऊ आमदनी बाढ़े ले गरीबी म जीवनयापन करइया झुग्गी इलाका मन म रहइया महिला मन के चेहरा म जिहां मुस्कान हे, उहें अधिकांश महिला मन खुद ल आर्थिक रूप ले मजबूत माने लगे हें। रायपुर जिला के कान्हा स्व सहायता समूह के महिला मन योजना के चालू होए के संगेच गोधन न्याय योजनांतर्गत खरीदे गए गोबर ले वर्मी खाद तियार करे के काम करत हें। गोकुलनगर म खरीदी केंद्र के माध्यम ले 2 रूपिया प्रति किलो के दर ले गोबर खरीदी अऊ ओखर से वर्मी अऊ सुपर कम्पोस्ट तियार करके 10 अऊ 6 रुपए प्रति किलो के दर ले बेचे जात हे। महिला मन के कुशल प्रबंधन अऊ व्यावसायिक दृष्टिकोण के परिणाम स्वरूप कान्हा समूह के महिला मन ह 54 टन क्विंटल खाद तियार करके बेंच डरे हें, जेखर से ओ मन ल 5 लाख ले जादा के रकम मिले हे। कान्हा समूह म काम करत 15 महिला मन गोधन न्याय योजना ले जुड़के आर्थिक उन्नति के नवा रद्दा गढ़त हें।
समूह के अध्यक्ष श्रीमती सीमा सिंह ह बताइस के जीवनशैली म कई ठन काम म गोबर के उपयोग होत आए हे, फेर गोधन न्याय योजना के माध्यम ले शासन ह एखर व्यावसायिक महत्व ले अवगत कराए हे अऊ पशुपालक मन के आय बढ़ाए हे अऊ महिला मन बर रोजगार के रद्दा खोल देहे हे।