नारायणपुर, शासन के मंशा के मुताबिक समाज के हरेक मनखे ल सशक्त अऊ आर्थिक रूप ले सक्षम बनाए के उदीम सरलग करे जात हे। एखर बर लोक कल्याणकारी अऊ हितग्राहीमूलक योजना संचालित करे जात हे। इही योजना मन म ले एक योजना हे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जेखर तहत् ग्रामीण महिला मन ल कई विधा मन म प्रशिक्षण देके हुनरमंद बनाए जात हे। ग्रामीण महिला मन अब वो काम मन ल घलोक करे के हिम्मत देखाय लगे हें, जेन ल पहिली महिला मन बर कठिन माने जात रहिस। करलखा गांव के बम्लेश्वरी महिला समूह के महिला मिथलेश बाई जेन घरेलू उपयोग बर गौपालन करत रहिस। ओ ह अब अपन समूह के महिला मन ल गौपालन करे के समझाईश देवत हे।
समूह म जुड़े ले पहिली मिथलेश तीर 4 गाय रहिस, ओ ह सुरू म अपनेच गाय मन के जरिये गौपालन करके दुध विक्रय करना शुरू करिस। वो ह अपन समूह के आन महिला मन ल घलोक ये काम बर प्रेरित करिस, जेखर से प्रेरित होके समूह के 4 आन महिला मन ह घलोक गौपालन करे के निर्णय लीन। गौपालन बर जरूरी रहिस पइस के व्यवस्था। जेकर बर ए महिला मन सोच विचार करके बैंक ले 1 लाख रूपिया के करजा लेके गौपालन शुरू करिन। एखर से ए ग्रामीण महिला मन ह किश्त अऊ ब्याज के राशि जमा करना चालू करिन, करजा पूरा पटे के बाद ए महिला मन ह समूह म पइसा जमा करना चालू करिन, जेन ल समूह के महिला मन ह करजा के रूप म लीन। ये प्रकार मां बम्लेश्वरी समूह के 6 महिला मन ह बैंक ले 5 पइत करजा लीन, जेमां बैंक ले कुल 14 लाख अऊ समूह ले 7 लाख लेके गौपालन के काम शुरू करिन। अभी हाल म ए समूह के महिला मन तीर करीबन 50 उच्च नस्ल के गाय अऊ भइंस हे।
ए प्रकार ले समूह के महिला मन जिला मुख्यालय नारायणपुर म दूध के आपूर्ति करइया सबले बड़े समूह बन गए हे। समूह के ए 6 महिला मन ह बैंक ले करीब 22 लाख रूपिया के करजा लेहे हें। एखर से रोजेच करीबन 700 लीटर दूध के उत्पादन करे जात हे, जेन ल ये मन 50 रूपिया प्रति लीटर के दर ले बेंचत हें। ए महिला मन ल रोजेच 35 हजार रूपिया के आमदनी होवत हे। ये प्रकार ले महिना म कुल 10 लाख 50 हजार रूपिया के कमई होवत हे। ए महिला मन के लगन अऊ मेहनत ल देखके दुसर महिला मन घलोक अब गौपालन करे के मन बनावत हें।