रायगढ़, महात्मा गांधी नरेगा योजना कई अरथ म गांव के अर्थव्यवस्था बर फायदेमंद साबित होवत हे। योजना ले गांव वाले मन ल रोजगार प्रदान करे के संग ऊंखर स्थायी आय के घलोक जरिया बनत हे। वन अधिकार पट्टा प्राप्त जमीन म मनरेगा के तहत काम होए ले हितग्राही मन ल जिहां दुगुना लाभ मिलत हे, उहें गांव वाले मन ल रोजगार सृजन के घलोक लाभ मिले हे।
जिला के धरमजयगढ़ जनपद पंचायत म महात्मा गांधी नरेगा योजना अन्तर्गत वन अधिकार पट्टा के तहत प्राप्त जमीन म हितग्राही मन ल योजनान्तर्गत लाभ प्रदाय कराए अऊ रोजगार उपलब्ध कराए के उद्देश्य ले ग्राम पंचायत दुर्गापुर निवासी फूलसिंह के डबरी निमार्ण करे गए हे। एकर से जॉबकार्ड धारी परिवार के सदस्य मन ल रोजगार उपलब्ध कराए गए हे। डबरी निर्माण काम स्वीकृति ले गांव वाले मन ल 517 दिवस के रोजगार प्राप्त होए हे।
महात्मा गांधी नरेगा काम ले पहिली फूलसिंह ल रोजगार के तलाश म ग्राम पंचायत के बाहिर जाना परय, अब अपनेच जमीन म डबरी बने म रोजगार तको मिलिस अऊ काम पूरा होए ले अपन सम्पत्ति तको बन गए। अब फूलसिंह अपन डबरी म मछली पालन के संग डबरी के मेड म अरहर के घलोक उत्पादन करत हे। एखर अलावा डबरी के पानी ले सिंचाई करके साग-सब्जी, चना, मुंगफली अऊ मक्का उत्पादन घलोक करत हे। जेकर से हितग्राही ल आर्थिक लाभ मिलत हे।
वो ह डबरी के मेड़ म अरहर अऊ मक्का लगाए रहिस हे। जेमा करीबन एक कुंटल राहेर होए हे अऊ 50 हजार रूपिया मक्का होए हे। डबरी बने बाद हितग्राही फूलसिंह अऊ ओखर परिवार के जीवन स्तर म बदलाव आए हे। सिंचाई बर साधन उपलब्ध होए के बाद हितग्राही ह बाड़ी म सब्जी के उत्पादन करत हे। जेखर से अकतहा आय प्राप्त होवत हे, एखर से लइका मन के पढ़ाई के संग घर के दैनिक जीवन जरूरी समान मन के पूर्ति फूलसिंह बड़ आसानी ले कर पात हे।