गौठान मन म अब तक 100 ले जादा तेल अऊ दाल मिल स्थापित
रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशा के मुताबिक गौठान मन ल गांव वाले मन के आजीविका के केन्द्र के रूप म विकसित करे ल लेके उहां कई प्रकार के आयमूलक गतिविधि मन के विस्तार करे जात हे। गौठान मन म अब स्थानीय कृषि अउ वनोत्पाद के प्रसंस्करण बर इकाई मन के स्थापना तेजी ले करे जात हे, ताकि एखर जरिए उत्पादक किसान मन ल बेहतर मूल्य अऊ स्थानीय मांग के पूर्ति के संगें-संग रोजगार के अवसर सुलभ हो सकय।
सुराजी गांव योजना के तहत गांव मन म अब तक स्थापित 8 हजार 366 गौठान मन म ले करीबन 350 गौठान मन ह तेल मिल अउ दाल मिल के इकाई स्थापित करे के कार्ययोजना ल मूर्तरूप देवत हे। अब तक 37 गौठान मन ह तेल मिल अउ 65 गौठान मन म दाल मिल के इकाई स्थापित हो गे हे। बांचे प्रसंस्करण इकाई मन के स्थापना तेजी ले कराए जात हे। इहां ये बताना जरूरी हे कि गौठान मन ले 11 हजार 693 महिला स्व-सहायता समूह जुड़े हे, जिंकर सदस्य संख्या 78 हजार 298 हे। ये मां ले 5 हजार ले जादा समूह वर्मी खाद के उत्पादन, 1700 ले जादा समूह सामुदायिक सब्जी-बाड़ी, 400 ले जादा समूह मशरूम उत्पादन, 651 समूह मछली पालन, 476 समूह बकरी पालन, 527 समूह मुर्गी पालन, 85 समूह पशु पालन, 325 समूह हर्बल उत्पाद अऊ 2100 ले जादा समूह आन गतिविधि मन ले जुड़े हें। महिला स्व-सहायता समूह मन कोति ले गौठान मन म तेल अऊ दाल मिल के संचालन घलोक शुरू करे गए हे। गौठान मन ले जुड़े महिला समूह अपन आयमूलक गतिविधि मन के माध्यम ले 58 करोड़ 44 लाख रूपिया के कमईकरें हें, जेमां सबले जादा 32 करोड़ 63 लाख रूपिया के आय वर्मी खाद उत्पादन ले होए हे।