समाधान शिविर म ही मिल गे साहिल ल लर्निंग लाइसेंस

  • नइ लगाए ल परिस जिला मुख्यालय के चक्‍कर
  • शिविर म एके दिन म 113 मनखे मन ल मौका म ही बनाके देहे गीस लर्निंग लायसेंस

कोरबा, ड्रायविंग लाइसेंस के जरूरत न केवल वाहन चलइया बर जरूरी हे बल्कि कई अवसर अउ जगा मन म ये एक वैध पहिचान पत्र के रूप म पूरा देश म मान्य हे। लर्निंग लाइसेंस बिना आरटीओ दफ्तर जाए, गांवे म चंद घण्टा म मिले ले बड़ राहत मिलथे। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के पहल म सरकार तुंहर द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत विकासखंड करतला के रामपुर म आयोजित समाधान शिविर म कुछ अइसनहेच नजारा आगू आइस। जिहां बड़ संख्या म परिवहन विभाग ह इंटरनेट कनेक्टिविटी विहीन गांव मन म अमला के संग रजिस्ट्रेशन, वेरिफिकेशन, एप्रूवल जइसे कागजी प्रक्रिया मन ल पूरा करके शिविर स्थल म ही 113 मनखे मन ल अस्थाई (लर्निंग) लाइसेंस प्रदान करिस।
समाधान शिविर म रामपुर निवासी 20 साल के युवा साहिल अंसारी घलोक लाभान्वित होइस। वोला, यहा तरा भीषण गर्मी म अपन गांव रामपुर ले कोरबा आरटीओ दफ्तर जाए बिना लर्निंग लाइसेंस मिल गे। साहिल ह बताइस कि गांव ले जिला मुख्यालय दूरिहा होए के सेती अभी तक ड्राइविंग लायसेंस नइ बनवा पाए रहिस। जिला प्रशासन कोति ले रामपुर म आयोजित शिविर म लायसेंस बने के जानकारी मिले म वो ह, शिविर म आके लर्निंग लायसेंस बर आवेदन करिस। परिवहन विभाग के स्टॉल म लायसेंस बनाए बर जरूरी कर्मचारी अऊ कम्प्यूटर आदि तकनीकी चीज मन के व्यवस्था करे गए रहिस। आवेदन देहे के एक घंटा के भीतर लर्निंग लायसेंस बनाके दे दीहे गीस। साहिल ह बताइस कि गांव म ही लायसेंस बन जाय ले अड़बड़ खुशी होवत हे। शिविर म लायसेंस बन जाय ले दूरिहा के आरटीओ दफ्तर जाय के परेशानी ले घलोक राहत मिल गए हे।

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