मसाहती सर्वे ले तीन पीढ़ी के अगोरा होइस खतम

दंतेवाड़ा, अबूझमाड़ म आजादी के 75 साल बाद पहुँचिस सरकारी योजना त खुशी ले झूम उठिन आदिवासी किसान, अइसनहे बेरा आईस जब पहली पईत खेत म लगे सोलर पंप ले पानी निकलिस त किसान होइन भावुक, पानी ल हाथ जोर के करिन प्रणाम। ये ऐतिहासिक पल के गवाह बनिन ओरछा के आदिवासी। ओरछा के सुमन लाल उसेंडी के खेत म गांव के सबो मनखे सकाईन । सोलर पंप के बटन जइसेच चनपके गीस सब एकटक पानी के पाईप कोति निहारे लगिन। पलक छपकतेच सबके धड़कन बाढ़ गे। उदुपहा पानी के पाइप म हलचल होइस अऊ झर-झर पानी के धार निकले लगिस। इहां पानी के धार खेत म अपन रद्दा बनाए लगिस उहें आदिवासी किसान खुशी ले झूम उठिन अऊ दुनों हाथ जोरके पानी ल प्रणाम करे लगिन।
अबूझमाड़ क्षेत्र म आजादी के 75 साल बाद कोनो शासकीय योजना पहुँचिस। एमा आदिवासी किसान मन के खुशी के ठिकाना नइ रहिस। अब तक ये क्षेत्र के किसान खेती बर सिरिफ मानसून उपर निर्भर रहत रहिन फेर अब सालभर पानी मिले ले बारो मास फसल होही।

लउछरहा..