राजिम कुंभ कल्प म वैष्णव नागा मन ह करिन निशान पूजा

रायपुर, 07 मार्च 2024। राजिम कुंभ कल्प-2024 के 12वां दिन संत समागम स्थल म वैष्णव नागा मन ह अपन पंथ परंपरा के मुताबिक महंत नरेंद्र दास जी महाराज महासचिव श्री अखिल भारतीय मंच रामानंदी अखाड़ा के अगुवइ म निशान पूजा करके अपन परम्परा के निर्वहन करिन। मिले जानकारी के मुताबिक भारत देश म कुल तेरा अखाड़ा हे जेमां तीन अखाड़ा वैष्णव संप्रदाय के हे, ये तीनो अखाड़ा के साधु राजिम कुंभ म आए हें। एमां श्रीपंच र्निमोही अखाड़ा, श्रीपंच दिगंबर अनी अखाड़ा, श्रीपंच निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत नागा सामिल हें।

अस्त्र-शस्त्र के संग करे गीस शौर्य प्रदर्शन
जानबा हे कि कालांतर म जब देश म सनातन धर्म उपर हमला होवय, तब संत मन के एक लड़ाकू फौज के गठन करे गए रहिस जे मन ल अस्त्र-शस्त्र के विद्या ले रण कौशल के दीक्षा देके धर्म के रक्षा के दायित्व सौंपे गए रहिस। ए दल मेर एक बड़का छड़ी उपर ध्वजा होत रहिस, जेन ल निशान कहिथें। ये निशान अखाड़ा के मान्यता के मुताबिक ये हनुमान जी के प्रतिनिधित्व करथे अऊ ए निशान ल हनुमान जी के आशीर्वाद मान के सनातन धर्म के रक्षा बर उमन युद्ध करत रहिन। ए अखाड़ा मन के सदियों पुराना ये परंपरा आज घलोक चलत हे अऊ ए परंपरा के निर्वहन कुंभ म पूजा अर्चना करके अउ शौर्य प्रदर्शन करके करे जाथे।

नागा साधु मन ह इही परंपरा के निर्वहन भव्यता अऊ विधि-विधान के संग राजिम कल्प कुंभ म करत हें। निशान पूजा के अवसर म महंत नरेंद्र दास जी, महंत राधा मोहन दास जी, मंडलेश्वर राधेश्याम दास जी, महंत रामदास जी महाराज, महंत पवन दास जी, महंत श्यामबिहारी जी, महंत देवनाथ जी, महंत छबिराम जी, महंत संतदास, राजेश्वरानंद जी महाराज, महामंडलेश्वर सर्वेश्वर दास जी संग बड़ संख्या म अखाड़ा के महंत, साधु-संत अऊ बड़ संख्या म श्रद्धालु उपस्थित रहिन।

लउछरहा..