गुरुकुल परंपरा भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग हे : स्कूल शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर, 13 जून 2024। गुरुकुल परंपरा, शिक्षा के एक जुन्‍ना भारतीय दर्शन रहे हे, जेन ज्ञान अऊ चरित्र निर्माण उपर केंद्रित हे। गुरुकुल परंपरा के उद्देश्य केवल शैक्षणिक ज्ञान प्रदाय करना ही नइ रहिस, बल्कि छात्र मन ल आध्यात्मिक अऊ नैतिक मूल्य मन के घलोक शिक्षा देना रहिस। गुरुकुल शिक्षा प्रणाली ह कई बछर ले ज्ञान के संरक्षण अऊ प्रसार करे म महत्वपूर्ण भूमिका निभाए हे। ये बात शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ह आज महादेव घाट रोड स्थित मोतीपुर अमलीडीह म सहजानंद अंतरराष्ट्रीय गुरुकुल रायपुर छत्तीसगढ़ के नूतन गुरुकुल के भूमिपूजन के अवसर म कहिन। श्री अग्रवाल ह नूतन गुरूकुल के भूमिपूजन करके परिसर म वृक्षारोपण तको करिन।

शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ह ये बेरा म कहिन कि भारत ल विश्व गुरू बनाए बर हमला शिक्षा के क्षेत्र म अभूतपूर्व काम करे के जरूरत हे। जेमां गुरुकुल परंपरा अहम भूमिका निभाही। भारत के गुरुकुल प्रणाली शिक्षा अऊ संस्कृति के एक अनूठा संगम रहे हे। जेखर कारण विश्व म भारत के एक अलग पहिचान हे। गुरुकुल परंपरा ले ही हम संस्कार, संस्कृति, शिष्टाचार, समाजिक जागरुकता, मौलिक व्यक्तित्व, बौद्धिक विकास जइसन अमूल्य गुण ल अपन अवइया पीढ़ी ल विरासत म दे सकत हन।

शिक्षा मंत्री श्री अग्रवाल ह कहिन कि ये छत्तीसगढ़ बर सौभाग्य के बात हे कि भारत के ए दिव्य विरासत जीवित रखे बर इहां गुरुकुल के स्थापना करे जात हे। उमन ए काम म महत्वपूर्ण योगदान देहे बर शास्त्री श्री घनश्याम प्रकाश दासजी अउ श्री कृष्णवल्लभ दासजी के प्रति आभार प्रकट करिन।

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