गौरेला पेण्ड्रा मरवाही, 01 जुलाई 2024। गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिला अपन प्राकृतिक सौंदर्य अऊ लघु वनोपज बर मशहूर हे। इहां के जंगल म मौसमी फल जामुन, सीताफल, कटहल, मुनगा आदि घलोक बहुतायत रूप म होथे। जामुन के फल ले जिला के महिला मन ल अड़बड़ लाभ होवत हे अऊ वो ए व्यवसाय ले आत्मनिर्भर होवत हें अऊ आर्थिक रूप ले स्वावलंबन के दिशा म बढ़त हें।
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान (Chhattisgarh State Rural Livelihood Mission Bihan) के अंतर्गत महिला स्वसहायता समूह के अध्यक्ष श्रीमती जानकी ओट्टी पेण्ड्रा जनपद पंचायत के एक छोटे से गांव पंडरीखार म रहिथे। उमन साल 2016-17 म समूह ले जुड़के शैलपुत्री नाम के समूह के गठन करिन। उमन समूह म अपन सक्रियता देखात आंगनबाडी म रेडी टू ईट के काम करे लगीन, एखर से उमन ल महीना म 10 ले 12 हजार रु. के मासिक आय होए लगीस। जिला म बारिश के मौसम म जामुन बहुत जादा होथे। समूह के महिला मन ह मिलके जामुन सकेल के जिला ले बाहिर बिक्रय करे के ठानीन। ओ मन ल एक कैरेट जामुन म 600 रु. तक मिल जात हे।
ओ मन रोजे कई ठन समूह मन के महिला मन ले 30 ले 40 कैरेट सकेल के बाहिर भेजत हें। एखर से जामुन के मौसम म एके सीजन म समूह के महिला मन 40 ले 50 हजार रु. तक कमा लेवत हें । समूह के महिला मन ह बताइन के बिहान योजना म समूह ले जुडे ले जेन सहयोग मिले हे, ओखर से हमर जीवन सुखद हो गए हे। समूह के अध्यक्ष जानकी ह कहिस के मोर सपना हे कि भविष्य म अपन गांव ल जामुन क्लस्टर बना के हम पूरा जिला के जामुन बाहिर बेंचवाबो।