टी.बी. उन्मूलन परियोजना के राज्य स्तरीय प्रसार कार्यक्रम म सामिल होइन राज्यपाल
रायपुर, 28 अगस्त 2024। प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान के तहत देश म साल 2025 तक टी.बी. रोग जड़ ले खतम करे बर सब ला एक संग मिलके काम करना हे। टी.बी. उन्मूलन समुदाय के सहयोग के बिना संभव नइ हे। टी.बी. के प्रति सबो ल जागरूक होना होही। राज्यपाल श्री रमेन डेका ह आज टी.बी. उन्मूलन बर चलाए जात एलाइस परियोजना के राज्य स्तरीय प्रसार कार्यक्रम म ये बात कहिन।
रीच संस्था के सहयोग ले छत्तीसगढ़ संग देश के चार राज्य मन म ये परियोजना चलाए जात हे। रीच छत्तीसगढ़ म राज्य टी.बी. कार्यक्रम के संग एक भागीदार के रूप म काम करत हे। रीच ह टी.बी. रोग ले लड़ के एखर ले मुक्त होवइया टी.बी. चैम्पियंस के एक नेटवर्क बनाय हे। एलाइस परियोजना के तहत 904 टी.बी. चैम्पियंस ल प्रशिक्षित करे ग हे जेन सरकार के संग मिलके टी.बी. उन्मूलन अऊ स्वास्थ्य सेवा मन ल आखरी मनखे तक पहुँचाए बर काम करत हे। राज्यपाल श्री डेका ह कहिन कि हम सबो ल मिलके ए परियोजना के उद्देश्य ल साकार करे बर प्रतिबद्ध होना चाही। राज्यपाल श्री डेका ह कहिन कि केन्द्र अउ राज्य शासन ए बीमारी ल देश म जड़ से खतम करे बर प्रतिबद्ध हे। फेर एखर बर जनजागरूकता घलोक बहुत जरूरी हे। उमन सबो ले आग्रह करिन के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के पहल म चलाए जात प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत निक्षय मित्र बनव अऊ एक या एक ले जादा टी.बी. मरीज मन ल गोद लेके ओ मन ल पोषण आहार या आन सहायता प्रदान कर सकत हव।
ए अवसर म राज्यपाल ह एलाइस परियोजना ले संबंधित रिपोट के विमोचन घलोक करिन। कार्यक्रम म स्वागत उद्बोधन रीच संस्था के श्रीमती सरला सिंघानिया ह करिन। टी.बी. रोग ले लड़के चैम्पिंयन बने दुर्ग के कुमारी चंद्रकला यादव ह अपन अनुभव साझा करिस। वो ह बताइस कि 10 साल पहिली ओला टी.बी. होय रहिस फेर पूरा इलाज ले वो ठीक हो गे अऊ दूसर टी.बी. रोग ले पीड़ित मनखे मन ल घलोक वो प्रेरित करत हे, संगेच राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम म घलोक सहयोग देत हे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ के संचालक डॉ. जगदीश सोनकर ह घलोक अपन विचार रखिन।
ए अवसर म एलाइस परियोजना के मैनेजर, रीच संस्था के सदस्य अउ टी.बी. रोग ले मुक्त होवइया चैम्पिंयस उपस्थित रहिन।