कबीरधाम, कई बछर बाद पचराही गांव एक पइत फेर जनावत हे। कइ साल पहिली इहां पुरातात्विक खुदाई म मिले 16वीं शताब्दी के सिक्का अऊ औजार मन के सेती पूरा देश म ये गांव के चर्चा होए रहिस। पचराही एखर पइत घलोक एक अच्छा कारण ले चर्चा म हे।
पचराही के रहवासी, खासकर महिला मन के चेहरा खुशी ले दमकत हे। विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा आदिवासी मन के बहुलता वाले ए दूरस्थ गांव म अब हर घर म नल ले पेयजल पहुंचत हे। पेयजल अऊ परिवार के आन जरूरत बर पानी बर रोजे जूझइया महिला मन ल अब बनेच राहत मिले हे। घर के अंगना तक पहुंचे नल ले पूरा परिवार के जरूरत बर भरपूर पानी आवत हे।
कबीरधाम जिला मुख्यालय कवर्धा ले 35 किलोमीटर दूर बोड़ला विकासखंड के पचराही म जल जीवन मिशन ह खुसी के ये नवा इबारत लिखे हे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ह 68 लाख रुपिया के लागत ले इहां जल आपूर्ति के व्यवस्था तियार करे हे, जेखर से गांव के 72 परिवार ल ऊंखर घरे म ही पेयजल मिलत रहा हे।