अब तक छै लाख पचास हजार के अमचूर के विक्रय
दंतेवाड़ा, ग्रामीण महिला मन ल आत्मनिर्भर बनाए बर नवा आधार मिलत हे। जेमां स्व सहायता समूह ले महिला मन रोजगार के मुख्यधारा ले जुड़के आत्मनिर्भर बनत हें। अइसनहेच दंतेवाड़ा जिला मा आमा के पेड़ प्राकृतिक रूप ले पाए जाथे, फेर ओखर सही सदुपयोग करके गांव वाले मन के आजीविका वर्धन म वृद्धि करे बर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन अऊ जिला प्रशासन के सहयोग ले जिला के स्व-सहायता समूह के महिला मन कोति ले अमचूर निर्माण करके जिला ल नवा पहिचान देहे गए हे। ऊमन कच्चा आमा के तोड़ई ले लेके ओखर सफाई, छिलाई अऊ छोटे टुकड़ा म काटके आमा ल सुखाए तक के काम करथें, ओखर बाद ओकर अमचूर पाउडर बनाए जाथे।
स्व-सहायता समूह के महिला मन के बताती ओ मन जंगल ले कच्चा आमा ल पेड़ ले तोड़के ओ ल दू-तीन पइत बने धोके छिलका निकालके ओला छोटे-छोटे टुकड़ा मन म काटके धूप म सुखाथें। सूखाए के बाद आमा के टुकड़ा के अमचूर पाउडर बनाए बर तियार करे जाथे। पहिली आमा ल स्थानीय बाजार म कच्चा माल के रूप म बेचे जात रहिस। अब कच्चा माल ल बेचे के संगेच आमा ल सुखा के आमचूर पाउडर के रूप म प्रोसेसिंग करके बाजार म बेंचे जात हे। एखर से ना सिरिफ अमचूर के वैल्यु एडिशन होवत हे, भलुक ये महिला मन के आमदनी बढ़ाय के एक अकतहा जरिया घलोक बने हे।
महिला मन के बताती ये काम बर जिला प्रशासन कोति ले ओ मन ल प्रशिक्षण देहे गए हे, पहिली जिहां पारम्परिक तरीका ले लोहा के औजार/छुरी ले आम के छिलका निकालत रहिन, जेखर से लोहा के प्रभाव म आके आमा काला पर जात रहिस। जेखर से ओखर कीमत कम मिलत रहिस। अमचूर के रंग काला झन परय ते पाए के स्टील के चाकु या सीप के खोल के उपयोग करे जात हे। महिला मन कच्चा माल ल 70-80 रूपिया प्रति किलोग्राम के दर ले डैनेक्स ल विक्रय करत हें। डैनेक्स ह सफेद अमचूर के प्रोसेसिंग अऊ पैकेजिंग करके अमचूर के दर म वैल्यु एडीसन करे हे, जेखर से महिला मन ल प्रत्यक्ष रूप ले लाभ मिलत हे। ये अमचूर डैनेक्स के नाम ले बिकत हे। जिला म उत्पादित अमचूर ल डैनेक्स मने दंतेवाड़ा नेक्सट के ब्रांड के संग बाजार म उतारे गए हे, डैनेक्स दन्तेवाड़ा जिला के अपन ब्राण्ड ये।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह 20 जून 2020 के वर्चुअल माध्यम ले डैनेक्स अमचूर के 5000 पैकेट के पहली खेप ट्राईफेड अऊ आन कम्पनी बर रवाना करे गए रहिस । डैनेक्स सेफ फूड फार्मर प्रोडयूसर कंपनी अंतर्गत किसान मन ले आमा सकेलवा के आधुनिक तरीका ले अमचूर तियार करे जात हे। अब तक ये काम ले 650000 (छै लाख पचास हजार) के अमचूर के विक्रय करे जा चुके हे जेमां 150 महिला मन लाभान्वित होवत हें।