रायपुर 13मई, 2021। नारायणपुर के अंशु नाग अबूझमाड़ इलाका म पाछू सात बछर ले बतौर नर्स अपन सेवा देवत हे। वोखर मां घलोक नर्स रहिस अऊ अब रिटायर हो गे हे। मां ल लगन ले सबके सेवा करत देख के अऊ मनखे मन ले मिले सम्मान अऊ प्यार ल देख के वो घलोक इही पेशा ल अपनाइस। इहां के स्थानीय आदिवासी मन के इलाज सही तरीका ले करे अउर उंखर से गोठ-बात करे बर गोंडी बोली घलोक सीखिस। जब वोखर मां शीला, शासकीय सेवा म रहिस तब नारायणपुर शहर म अधिकांश प्रसव (डिलीवरी) वोकरे के हाथ होवत रहिस। मनखे मन म अतका विश्वास होत रहिस के अमीर-गरीब सबो कुटुंब प्रसव बर वोखर तीर आत रहिन।
अब वोखर बेटी कुतुल, कोहकामेटा समेत दर्जनों गांव के गांव वाले मन ल जागरूक करे के संग कोविड वैक्सीन घलोक लगात हे। अंशु ह तीन पईत मौत ल सामने देखे हे, वोखर आगूच तीन पइत आई ई डी बम फटिस अऊ जवान घलोक शहीद होइन फेर निडरता के संग ओ ह सेवा करत रहीस। ओ ह चिखला वाले रद्दा के बीच, कनिहा ले ऊपर तक भरे नदिया-नरवा ल पार कर के माड़ के गांव मन म पहुँच के स्वास्थ्य सेवा देवत हे। कोरोना वायरस ले जब वो संक्रमित हो गीस त होम आइसोलेशन म रहि के अपन रिटायर्ड नर्स मां के देखरेख म स्वस्थ हो के फेर अबूझमाड़ के मनखे मन के पीरा हरे म जुट गीस। अंशु के बताती पिछड़ेपन के सेती गांव वाले मन म जागरूकता के कमी हे।जेकर सेती अंदरूनी इलाका मन म महिला अऊ लइका मन ल विशेष देखरेख के जरूरत हे। अंशु के मानना हे के जीवन म जतका हो सके अच्छा काम करना हे अऊ ओ ह उही सेवा भाव ले जुटे रहिथे।
Nurses are doing a noble service, their dedication and hard work especially during this time of crisis has been commendable: Chief Minister Mr. Bhupesh Baghel