लंगूरे नइ मानत हावे वो…..
छत्तीसगढ़ के राजनीति म विधानसभा चुनई 2018 के पइत तीसरइया मोर्चा बनके आगू आए पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पार्टी के राजनीत लोकसभा चुनई म
बदल गेहे। अजीत जोगी के पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के घरौंदा धीरे-धीरे खसलत जावत हे फेर पार्टी के संस्थापक अजीत जोगी ह फरिहा देहे कि ओकर अउ कांग्रेस पार्टी की विचारधारा तो एक हे, फेर कांग्रेस पार्टी म संघरे के ओकर कोनो बिचार नइ हे।
र म सुर मिलावत ये फरी -फरा करिन कि उन्कर पार्टी के विचारधारा कांग्रेस पार्टी से मेल तो खाथे फेर वो हं राष्ट्रीय दल ये अउ हम क्षेत्रीय दल अन एकर सेति उन्कर संग जाए के अभी हमर कोनो बिचार नइ हे।
अजीत जोगी एहू काहत हावय कि पार्टी म संघरे के हो-हल्ला कांग्रेसे हं बगरावत हे। लोगन मन इहां तक कहे लागिन कि जोगी खुदे कांग्रेस म संघरत हावय, ये यह जानकारी जोगी कांग्रेस के नेतामन उनला कांग्रेस पार्टी म संघरे के बाद दीन हावय। अजीत जोगी हं येहू सफई दीन कि जब ले उन्मन कांग्रेस पार्टी ल छोडे़ हे तब ले न तो मैं अउ न ही मोर परिवार के लोगन मन सोनिया गांधी अउ राहुल गांधी संग बात करे हवन। बस मोर बीमारी लेेके एक पइत मोर सुवारी रेणु जोगी ले सोनिया गांधी अउ राहुल गांधी हं हालचाल पूछे रिहिने।
चटकारा
सुकवारो:- वो रेमटा टूरा हं बाहिर चैरा म रिसाए घोण्डे हावय, जाना बलाके ले लान। कब के खाए हे न कब के ?
दुकलहा:- अपन होके खरतरिहा बरोबर तो रकमिक – रकमिक गइस हे, परे राहन दे टूरा ल भूख मरही न त खुदे उठके आ जाही। कतका मनौना खोजत हे न ते सब बुध बुता जाही।