बेमेतरा, मछरी पालन विभाग कोति ले कई ठन हितग्राही मूलक योजना मन के क्रियान्वयन करे जात हे। मौसमी तरिया मन म मछरी बीज संवर्धन योजना के अन्तर्गत मनखे मन के आय म बढ़ोतरी करे जात हे। अइसनहे बेमेतरा जिला के ग्राम गांगपुर के मछरी किसान अश्वनी कुर्रे ह राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत मछरी पालन करके 03 लाख रूपिया के शुद्ध मुनाफा कमाए हे। अश्वनी ह बताइस कि ग्रामीण क्षेत्र म मजदूर मन के कमी ले खेती बाड़ी म बहुत दिक्कत होए लगे रहिस। अच्छा फसल घलोक नइ होत रहिस।
मछरी पालन ले आमदनी दुगना कइसन होही अइसे पूछे म वो ह बताईस के पहिली वो ह अधिकारी मन ल संबंधित के जमीन के अवलोकन कराईस, वोकर जमीन के तीर म नहर अऊ छोटे नाला म भरपूर पानी रहिस। ये ह मछरी पालन बर उपयुक्त रहिस, त येला चुने गीस। मछरी पालन बर भारतीय स्टेट बैंक, छिरहा ले कुल 3.50 लाख के ऋण देवाए गीस। जेमां 40 प्रतिशत् या 1.40 लाख अनुदान के रूप म देहे गीस। साल 2015-16 म तरिया निर्माण पूर्ण होए के बाद अधिकारी मन के मार्गदर्शन म पानी भरके उन्नत किसिम के मछरी ग्रासकार्प, रोहा, कतला, मृगल, पंकाश अऊ रूपचंदा अऊ हाईब्रिड तेलपिया घलोक डाले गीस। विभाग कोति ले मिलइया प्रोटीन फिड देहे गीस। संगेच ये बताए गीस कि ग्रासकार्प, रूपचंदा आदि मछरी, साग सब्जी के वेस्ट के उपयोग चारा के रूप म करथे। किसान ह तरिया के मेढ़ म पपीता अऊ साग-सब्जी लए हे जेकर से अकतहा लाभ होवत हे। ए प्रकार ले किसान ल पहिली साल 30 क्विंटल मछरी 10-12 महिना म मिलिस, किसान ह मछरी ल ल 115-120 रू. प्रति किलो के कीमत म स्थानीय मछुवारा मन ल बेंच के रू. 3.00 लाख के फायदा कमाईस।
किसान ल पपीता अऊ साग-सब्जी ले आन मजदूरी खरचा के रूप म अकतहा आमदनी तको मिलिस। ये प्रकार ले किसान मछरी पालन करके अपन आय ल दुगुना ले घलोक जादा कर लीस। किसान ह अवइया साल म 0.60 हे. म अपन खरचा ले तरिया बनाय हे। अब वो 50-60 क्विंटल मछरी उत्पादन करत हे। किसान अपन बैंक के करजा अदा कर छरे हे अऊ अपन रहे बर पक्का मकान घलोक बना डरे हे संगेच बांचे जमीन म अऊ तरिया कोड़वावत हे।