छंटे लगे हे धूप अऊ दुख के बादर : मुख्यमंत्री के हुकुम म बस आवागमन ले मजदूर मन के चिंता होइस दूर

राजनांदगांव, 18 मई 2020। घाम अऊ दुख के बादर अब छंटे लगे हे। कोविड-19 संक्रमण के सेती लॉकडाऊन म फंसे प्रदेश अउ आन प्रवासी मजदूर मन के पीरा ल महसूस करके मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह बागनदी बार्डर ले ऊंखर गंतव्य तक पहुंचाए बर बस के व्यवस्था करे के हुकुम देहे हें। महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान ले अड़बड़ झन श्रमिक बागनदी बार्डर आवत हें। जिला प्रशासन ह तत्परता अउ सक्रियता ले मजदूर मन के आवागमन बर बागनदी चेक पोस्ट म व्यवस्था करे हे। कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य सरलग बागनदी चेक पोस्ट के निरीक्षण करत हे अऊ व्यवस्था के निगरानी करत हें। मजदूर मन के सहायता बर काऊंटर बनाय गे हे। कई राज्य ले अवइ या श्रमिक सहायता केन्द्र म अपन गांव के तरफ जवइया बस मन के पता पूछके जाय के तैयारी म खुश दिखिन। बागनदी बार्डर म मजदूर मन बर सूखा नाश्ता अउ पेयजल के व्यवस्था करे गए हे। ओ मन ल ओआरएस घोल अउ शर्बत देहे जात हे। चेक पोस्ट म ऊंखर स्वास्थ्य परीक्षण बर काऊंटर बनाय गए हे। तीरे म पुलिस सहायता केन्द्र म मजदूर मन ल जानकारी के संग मदद करे जात हे। मजदूर मन के पंजीयन बर दू काउंटर बनाय गए हे। प्रवासी मजदूर मन ल ऊंखर राज्य तक अउ छत्तीसगढ़ के मजदूर मन ल ऊंखर जिला मन तक पहुंचाए बर करीबन 100 बस लगे हे।

राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 53 म स्थित बागनदी बार्डर म रोजेच करीबन 10 ले 15 हजार श्रमिक सीमा म प्रवेश करत हें। महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, मध्यप्रदेश ले अवइया यात्री लगातार आवत हें। महाराष्ट्र अउ गुजरात परिवहन विभाग के बस मन म अउ वो राज्य मन ले अवइया ट्रक मन के माध्यम ले बढ़ संख्या म यात्री मन ल बागनदी चेक पोस्ट के तीर उतार दे जात हे। जेखर से बागनदी चेक पोस्ट म हजारों मनखे मन के भीड़ सकलावत हे। सीमा म अवइया यात्री छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, ओडि़सा, पश्चिम बंगाल के निवासी हें।

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