रायपुर, बलरामपुर जिला के किसान मन ल समय म बीज मिल सकय ए खातिर ले बिहन(बीज) बैंक के स्थापना करे गए हे। जिहां करजा के रूप म देशी किस्म के बीज किसान मन ल देहे जात हे। जेखर एवज म कोनो शुल्क नइ ले जात हे, येमा फसल उत्पाद के बाद किसान मन ल डेढ़गुना बीज लहुटाना होथे। बहुतेच कमती समय म ये बैंक किसान मन के बीच म अपन अलग पहिचान बना लेहे हे।
किसान मन म जलवायु बदले के कारण समय के संग परम्परागत खेती म बदलाव देखे जात हे। कृषक अभी हाले म नवा बीज मन के परयोग बड़का रूप म करे लगें हे, जेमां कई बरिस ले चले आत स्थानीय किस्म के बीज नंदाए के कगार म हे। खेत मन म उर्वरता अऊ फसल मन म विविधता अऊ स्थानीय किस्म के बीज मन ल संरक्षण करे बर कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ह जिला म बिहन बैंक स्थापना उपर जोर देवत हें। परम्परागत कृषि ल सहेज के वोला संस्थागत रूप देहे के मंशा ले ही बिहन बैंक के स्थापना करके कई देशी किस्म मन के बीज मन ल संग्रहित करे जात हे। बिहन बैंक ले किसान मन ल अइसन बीज देहे जात हे जऊन कभू आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के पहिचान होत रहिस, फेर हाईब्रिड खेती के ये दौर म किसान उन फसल मन के नाम तक भूलत चले जात हें। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के हुकुम के मुताबिक उप संचालक कृषि के मार्गदर्शन म विलुप्त होत स्थानीय देशी बीज मन के संग्रहण करे बर जिला के सबो विकासखण्ड मन म काम शुरू करे गीस अऊ बिहन बैंक के स्थापना करे गीस। बिहन बैंक के संचालन राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत महिला स्व सहायता समूह मन कोति ले करे जात हे। किसान मन के बीच बिहन बैंक के प्रचार-प्रसार बहुतेच तेजी ले होवत हे।
विकासखण्ड राजपुर के ग्राम पंचायत बरियों म संचालित बिहन बैंक म कई प्रकार के अनाज जइसे धान म करहनी, छिन्दमोरी, कालजीरा, गोड़ा, अमन अऊ छोटे धान्य फसल जइसे-कोदो, कुटकी, रागी, मडुवा आदि आन दलहनी अउ तिलहनी फसल जइसे-अरहर, चैती अरहर, माघी अरहर, लोटनी (तोरिया), बेदाम (मुंगफली), खेसारी, कुल्थी, मसरी, बूट (चना), सरसों (लाल, पीला, छोटी, बड़ी, काला, सफेद) आदि। साग सब्जी मन ल घलोक संरक्षित करे गए हे, जइसे-लउवा, भूरा कोहड़ा, झिन्गी, तोरई, सेमी, बोदी, मिर्च, टमाटर, लाल साग, मुनगा, धन मिचाई आदि। ग्राम बरियों म संचालित बिहन बैंक कमती समय म ही तीर-तखार के कई गांव मन के किसान मन बर लाभकारी साबित होए लगे हे। ये प्रकार उन्नत खेती करके क्षेत्रिय किस्म मन के सरंक्षण करके आर्थिक रूप ले पिछड़े किसान मन कोति ले फसल लेके अपन सामाजिक आर्थिक उन्नति करत कुपोषण ले बचाए जात हे। आन जिला मन के कृषक मन बिहन बैंक ल देखे बर तको आवत हें, एखर से स्व सहायता महिला समूह मन म जागृति उत्पन्न होवत हे।