पढ़ई तुहंर दुआर के अंतर्गत पारा-टोला म मोहल्ला क्लास संचालित : रोचक ढंग ले लइका मन ल पढ़ावत हें शिक्षक

बलरामपुर, 19 नवम्बर 2020। कोरोना जइसे वैश्विक महामारी ले पूरा विश्व लड़त हे। ये महामारी ह मानव समाज म कई बदलाव लाये हे, सुविधा मन के उपयोग ले लेके सामान्य दिनचर्या प्रभावित हो गए हे। ए चुनौती मन के सामना करत मनखे आगू बढ़त हें। कोरोना ल नियंत्रित करे बर अतिआवश्यक सेवा मन ल छोड़के आन सबो गतिविधि मन म रोक लगाए गए रहिस। सुरक्षा के दृष्टिकोण ले शिक्षण संस्था मन ल पूरा बंद रखे गए हे। समय के संग स्थिति ल सामान्य बनाए बर राज्य शासन कोति ले सबो जरूरी कदम घलोक उठाए गए हे। शिक्षा समाज के प्रारंभिक अऊ प्राथमिक जरूरत मन म ले हे, राज्य शासन ह शैक्षणिक संस्था मन के बंद होए ले शिक्षा अवरूद्ध झन होवय ए खातिर ‘‘पढ़ई तुहंर दुआर’’ जइसे आनलाईन अऊ मोहल्ला क्लास जइसे आफलाईन वैकल्पिक व्यवस्था चालू करे हे। बलरामपुर-रामानुजगंज म घलोक आनलाईन अऊ आफलाईन माध्यम ले लइका मन ल पढ़ाया जात हे, जेखर सकारात्मक परिणाम देखे ल मिलत हे। शिक्षक मन ह नवा-नवा तरीका ले पढ़ई ल रूचिकर बनाय हें, अइसन कई शिक्षक हे जेमन ये कठिन समय म घलोक शिक्षा के अलख जगाए रखे हें। आज बात अइसनेच कुछ शिक्षक मन के हे जेमन सीमित संसाधन मन म लइका मन ल पढ़ात चुनौती मन ल बौना साबित कर देहे हें। सहर ले लेके सुदूर ग्रामीण पारा टोला तक मोहल्ला क्लास संचालित करके ये मन अपन पेशा के संग पूरा न्याय करत हें।
प्राथमिक शाला धनवार म पदस्थ सहायक शिक्षक रश्मि पाण्डेय के प्रयास ह लइका मन के पढ़ाई ल रूचिकर बना देहे हे, रश्मि स्थानीय भाखा अऊ प्रतीक मन के परयोग करके लइका मन ल आसानी ले पशु-पक्षी अऊ वस्तु मन के नाम ले परिचय करवाथे। लइका मन ल घलोक सरलता के संग ए प्रतीक मन के माध्यम ले मात्रा अऊ वस्तु मन के ज्ञान हो जाथे। स्थानीय भाखा अऊ प्रतीक के संयुक्त परयोग ले पढ़ाई ल मनोरंजक रूप देवइया रश्मि पाण्डेय के बताती लाकडाउन के शुरूआती दिन म सबो गतिविधि बंद रहिस। शासन ले निर्देश प्राप्त होए के बाद आनलाईन कक्षा अऊ मोहल्ला क्लास जइसे वैकल्पिक व्यवस्था चालू करे गीस। लइका मन ल केवल पुस्तक के माध्यम ले पढ़ाए अऊ समझाए म कठिनाई होत रहिस अइसन म आसपास के प्रतीक, चिन्ह अऊ स्थानीय भाखा के परयोग ले लइका मन ल वस्तु, मात्रा अऊ आखर ज्ञान ले परिचय करवाना जादा सहज हे। जइसे चूहा ल स्थानीय पण्डों भाखा म खुसरा, बिल्ली ल बिलाई, कुत्ता ल कुकरा कहे जाथे एखर अंगरेजी अऊ हिन्दी शब्द मन के जानकारी लइका मन ल देहे जाथे। संगेच कुत्ता के पूंछ ल उ के मात्रा अऊ चूहा के पूंछ ल ऊ के मात्रा के सदृश बतात एखर परयोग के जानकारी देथन।

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