गांव म बैंक सखी के माध्यम ले मिलत हे बैंकिंग सुविधा
दशोमती कश्यप ह पांच बछर म 5 करोड़ रुपए ले जादा राशि के कर डरे हे भुगतान
जगदलपुर, 12 सितंबर 2024। राज्य के सुदूर वनांचल म तको गांव वाले मन ल बैंकिंग सुविधा मिलत हे। बैंकिंग सुविधा देहे म बैंक सखी मन के महत्वपूण योगदान हे। जगदलपुर जिला के धुरागांव के रहइया बैंक सखी श्रीमती दशोमती कश्यप ह अपन गांव के संग आस-पास के चार गांव मन म बैंकिंग सुविधा उपलब्ध करावत हे। पाछू 5 बछर म वो 5 करोड़ रूपिया ले जादा के लेनदेन कर डरे हे अऊ करीब 20 हजार ले जादा ट्रांजेक्शन करे हे जेखर से लगभग 10 हजार मनरेगा श्रमिक अऊ 5 हजार ले जादा पेंशन हितग्राही लाभान्वित होवत हें। वो आज अपन पांव म खड़े हे अऊ गांव के आन महिला मन बर महिला सशक्तिकरण के उदाहरण प्रस्तुत करत हे।
श्रीमती दशोमती कश्यप के बताती वो ह बैंकिंग किस्योस्क Banking Kiosk के माध्यम ले गांव वाले मन ल खाता खोले, पैसा जमा करे अउ निकासी, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति अउ सुरक्षा बीमा योजना मन के लाभ पहुँचाए हे। स्नातक के पढ़ाई कर डरे दशोमती के पति पुलिस विभाग म काम करथे जेन हमेशा दशोमती के मनोबल बढ़ाथे अऊ वोखर निर्णय के संग देथे। दशोमती ह बताइस गायत्री महिला स्व-सहायता समूह के संपर्क म आए के बाद ओ ल बीसी सखी योजना के जानकारी होइस। श्रीमती कश्यप ह बताइस के ओ ल महसूस होइस के ये एक अइसे काम हे जेमां वो ग्रामीण अउ बुजुर्ग मन ल बैंकिंग के सेवा देके ओ मन ल सहयोग अऊ सुविधा प्रदान कर सकत हे। संगेच ओ मन ल एखर से अकतहा आय घलोक मिलही। जनवरी 2018 म वो छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के बीसी सखी बन गे। ओखर काम लोहण्डीगुड़ा क्षेत्र के चार ग्राम पंचायत उसरीबेड़ा, धुरागांव, छिंदगांव अउ कोड़ेबेड़ा हे।
दशोमती सीएससी के घलोक काम करथे जेमां वो ह 2000 आयुष्मान कार्ड, 1000 ई-श्रम कार्ड, 30 पेन कार्ड आदि बनाये हे संगेच बिजली बिल के भुगतान घलोक करथे। एकरे संगेच वो ह सीएससी के टेली-लॉ सेवा ग्रामीण क्षेत्र म पहुंचाके करीब 5 हजार रूपिया अकतहा आमदनी करे हे। अभी हाल म दशोमती अपन बैंक सखी के काम ले 4 हजार रुपिया अऊ सीएससी के काम ले 2 हजार रूपिया हर महीना कमाके लगभग 6 ले 7 हजार रूपिया कमावत हे।