सबई कांदी ले डोर के जगा टुकनी बना के बढ़ावत हे आमदानी : दू सौ ले जादा महिला मन ल वेल्यू एडीशन के मिलत हे लाभ

रायपुर, 03 नवम्बर 2020। राज्य के वनमंडल धरमजयगढ़ म अड़बड़ सबई कांदी पाए जाथे, एकर से डोर अऊ डोरी बनाए जाथे। एकर जगा अब टुकनी बनाए जात हे। एखर से अभी हाल म इहां 10 ठन स्व-सहायता समूह अऊ संयुक्त वन प्रबंधन समिति मन संग 220 महिला मन ल जादा ले जादा मुनाफा होए लगे हे। एखर पहिली सबई कांदी के डोरी बनाए ले जिहां मात्र 24 रूपिया प्रति किलोग्राम के दर म बेंचे जात रहिस जेकर से कमती आमदनी होत रहिस। अब समूह के हरेक महिला मन सबई कांदी ले टुकनी तियार करके वैल्यू एडीशन ले रोजेच 200 रूपिया तक के आय अर्जित करत हें।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशा के मुताबिक वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के देखाए रद्दा म राज्य म वन विभाग कोति ले वनांचल के मनखे मन के उत्थान बर वनोपज मन के संग्रहण के संगें-संग एखर रि-वेल्यूशन म विशेष जोर देहे जात हे। ये कड़ी म प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी ह बताइन के राज्य के वनमंडल धरमजयगढ़ के प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति सोखामुड़ा के अंतर्गत सबई घास के संग्रहण के संग अब एखर रस्सी निर्माण के जगा टोकरी के निर्माण करके वेल्यू एडीशन के वनवासी मन ल जादा ले जादा लाभ देवाए जात हे। प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ श्री संजय शुक्ला ह बताइस के सबई घास के केवल रस्सी के ही निर्माण होए म संग्राहक मन ल वोतक जादा लाभ नइ मिल पात रहिस, जतका अभी टोकरी के निर्माण होए ले होवत हे।

ये संबंध म वन मंडलाधिकारी धरमजयगढ़ श्री मनीवासगन एस. के बताती अभी हाल म सबई घास के संग्राहक ए महिला मन ल टोकरी निर्माण म दक्षता अऊ गुणवत्ता बर प्रशिक्षण घलोक देहे जात हे। एखर से अभी 220 महिला मन जुड़के सबई घास के टोकरी निर्माण ले भरपूर लाभ उठावत हें। एमां सरस्वती स्व-सहायता समूह जमाबीरा, सरस्वती स्व-सहायता समूह कड़ेना, गंगा स्व-सहायता समूह हाटी, निश्चय स्व-सहायता समूह हाटी, वंदना स्व-सहायता समूह सिरकी अऊ वन प्रबंध समिति अलोला, बोरो, सिरकी, संगरा अऊ बागडाही के महिला मन सामिल हें।

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