जगदलपुर, 17 दिसम्बर 2020। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के हुकुम म बस्तर लोकनृत्य, लोक संस्कृति अऊ भाखा अकादमी के स्थापना बर बस्तर म उदीम चालू हो गए हे। बस्तर के आदिवासी क्षेत्र के स्थानीय संस्कृति, लोकनृत्य, लोकगीत, स्थानीय भाखा हल्बी, गोन्डी, भतरी आदि ल एक पीढ़ी ले दुसर पीढ़ी तक स्थान्तरित करे अऊ देश दुनिया ल एकर से परिचय कराए के उद्देश्य से ए अकादमी के स्थापना करे जाही।
इही कड़ी म अद्योसंरचना, लोकनृत्य अऊ लोकगीत, भाखा संकाय अऊ लोक साहित्य उपर सरलग काम करे जात हे। काम के पहिली हिस्सा म आसना गांव म अद्योसंरचना के काम लगभग पूरा हावईया हे। जेला चालू करे ले बस्तर के पारंपरिक गेड़ीनृत्य, डंडामी माड़िया नृत्य,परब नृत्य, धुरवा नाचा आदि अइसनहे लोकगीत मन म चईतपरब, लेजागीत, भतरीनाट, जगारगीत आदि से जनसामान्य ल परिचित कराया जा सकही। समय-समय म इंकर प्रदर्शन करके देश-दुनिया ल घलोक परिचय कराया जा सकही। ए काम मन ल पूरा कराए म उपायुक्त आदिवासी विकास विभाग श्री विवेक दलेला सरलग उदीम करत हें।